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आतंकवाद को पर्यटन समझने वाले पाकिस्तान की जनता को क्या मिला: प्रधानमंत्री

भुज में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

• कच्छ के भुज में प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को किया संबोधित

भुज, 26 मई (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की लड़ाई सीमा पार के आतंकवाद के खिलाफ है। जो इसे पाल रहे हैं, उनके साथ दुश्मनी है। वे कच्छ की धरती से पाकिस्तान के लोगों से कहना चाहते हैं कि इससे पाकिस्तान के लोगों ने क्या पाया। हिन्दुस्तान दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और आपकी हालत क्या है? आपको भटकने पर मजबूर किसने किया? पाकिस्तान की यह हालत आतंकवाद के आकाओं ने की है।

प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को भुज में आयोजित एक कार्यक्रम में पूरे राज्य के लिए 53,414 करोड़ रुपये की 33 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा काे संबाेधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की आवाम को स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान के नागरिकों, खासकर वहां के बच्चों, उनकी बात ध्यान से सुनो। पाकिस्तान की सरकार और वहां की सेना आतंकवाद का समर्थन कर रही है। आतंकवाद पाकिस्तान की सेना और सरकार के लिए पैसे कमाने का साधन बन गया है। पाकिस्तान के युवाओं को तय करना होगा कि यह रास्ता उनके लिए सही है या नहीं। क्या इससे उनका भला हो रहा है? क्या इससे पाकिस्तान के बच्चों की ज़िंदगी सुधरेगी? पाकिस्तान को आतंक की बीमारी से मुक्त करने के लिए उसकी जनता को आगे आना होगा। सुख-चैन की ज़िंदगी जियो, रोटी खाओ, नहीं तो मेरी गोली तो है।

ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस कार्रवाई से पूरा पाकिस्तान कांप रहा था। इस बार पाकिस्तान के हमले का जवाब हमने इतनी ताकत से दिया कि सारे एयरबेस आज भी आईसीयू में पड़े हैं। यह हमारी सेना का पराक्रम और साहस था। प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 मई के बाद बिहार की जनसभा में घोषणा की थी कि आतंकवाद के ठिकानों को मिट्टी में मिला दूंगा। 15 दिन तक इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा, लेकिन जब उन्होंने कुछ नहीं किया तो हमने देश की सेना को खुली छूट दी। मोदी ने कहा कि यह दिखाता है कि हमारी सेना कितनी सक्षम और अनुशासित है। हमने दुनिया को दिखाया कि हम आतंकवाद के अड्डों को यहीं मिट्टी में मिला सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो आतंकवाद को पर्यटन समझता है, जो दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। हमारी नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है। ऑपरेशन सिंदूर ने इस नीति को और भी स्पष्ट कर दिया है। जो भी भारतीयों का खून बहाने की कोशिश करेगा, उसको उसकी भाषा में ही जवाब दिया जाएगा। भारत पर आंख उठाने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर मानवता की रक्षा और आतंकवाद के अंत का मिशन है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनका कच्छ से नाता बहुत पुराना है। नर्मदा का पानी जब कच्छ की धरती पर आया था तो दीवाली मनाई गई थी। पानी के लिए सदियों से तरसता कच्छ पर मां नर्मदा ने कृपा की। मोदी ने कच्छ के किसानों की पानी की कमी के बावजूद जीवटता की सराहना की। कच्छ में जब भूकंप आया तो दुनिया को लगता था कि सब खत्म हो गया, लेकिन उनका विश्वास कच्छी जीवटता पर थी। यह सही साबित हुआ। आज कच्छ पर्यटन और व्यापार का सेंटर बना है। कच्छ में विकास प्रकल्पों की चर्चा कर मोदी ने कहा कि कच्छ हरित ऊर्जा का दुनिया का सबसे बड़ा केन्द्र बन रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन एक नए प्रकार का ईंधन है। आने वाले समय में कारें, बसें, स्ट्रीट लाइट यह सभी ग्रीन हाइड्रोजन से चलेंगे। कंडला देश के तीन ग्रीन हाइड्रोजन हब में से एक है। आज भी यहां एक कारखाना स्थापित हुआ है। इस कारखाने में जो टेक्नोलॉजी है, वह मेड इन इंडिया है। मोदी ने कहा कि गुजरात के लाखों परिवार पीएम सूर्य घर योजना से जुड़ चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 26 मई 2014 को प्रधान सेवक के तौर पर शपथ लिया, तब देश दुनिया में 11 नंबर की अर्थव्यवस्था था, आज 11 साल बाद चार नंबर पर पहुंचा है।

प्रधानमंत्री ने 53,414 करोड़ की 33 विकास कार्यों का किया लोकार्पण व शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भुज से कच्छ, जामनगर, अमरेली, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अहमदाबाद, तापी तथा महीसागर जिलों के लिए कई विभिन्न विकास कार्यों की साैगात दी। मोदी ने ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन विभाग, सड़क एवं भवन विभाग, जलापूर्ति विभाग, गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड, पावरग्रिड तथा दीनदयाल पोर्ट ऑथोरिटी के कुल 33 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें जामनगर में 220/66 केवी बाबरझर सबस्टेशन, अमरेली, जूनागढ़, गिर सोमनाथ में 66 केवी एचटीएलएस ट्रांसमिशन लाइनों, मोरबी में 11 मेगावाट सोलार पीवी प्रोजेक्ट-जांबुडिया विडी, कच्छ जिले के मंजल में 10 मेगावाट सोलर पीवी प्रोजेक्ट, कच्छ जिले के लाकडिया में 35 मेगावाट सोलर पीवी प्रोजेक्ट, जामनगर जिले के बाबरझर में 210 मेगावाट सोलर पीवी प्रोजेक्ट, गांधीधाम के डीपीए प्रशासनिक कार्यालय में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, माताना मढ़ स्थित मंदिर परिसर, खाटला भवानी, चाचरा कुंड सहित क्षेत्र के विकास एवं सुविधाओं जैसे कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने खावडा नवनिर्मित रिन्यूएबल एनर्जी जोन से विद्युत आपूर्ति के लिए 800 केवी एचवीडीसी प्रोजेक्ट, खावडा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से अतिरिक्त 7 गीगावाट विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम, महीसागर में कडाणा हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लांट के 60 मेगावाट यूनिट के लिए पंप मोड ऑपरेशन, कच्छ के गांधीधाम शहर में चक्रवात प्रतिरोधक अंडरग्राउंड विद्युत वितरण नेटवर्क, भुज से नखत्राणा तक फोर लेन हाईस्पीड कॉरिडोर, कंडला में 10 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोन उत्पादन सुविधा का निर्माण, कंडला में 3 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण तथा 6 लेन मार्गों में सुधार, धोळावीरा में पर्यटन इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण आदि का शिलान्यास किया।

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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

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