धर्मशाला, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आयुष एवं युवा सेवाएं खेल मंत्री यादविंदर गोमा ने कहा है कि प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाएं अंतिम पंक्ति में बैठे जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंच रही हैं। उन्होंने यह बात सोमवार को स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभागार में आयोजित जिला योजना, विकास एवं 20 सूत्रीय कार्यक्रम समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
गोमा ने बताया कि 20 सूत्रीय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और जनमानस को सड़क, पेयजल, तथा स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने संबंधित विभागों को लक्ष्यों को पूरा करने के लिए तत्परता से कार्य करने की सलाह दी, ताकि पात्र लोग लाभान्वित हो सकें।
मंत्री ने मनरेगा योजना को ग्रामीण स्तर पर गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण बताया और इसके सुचारू कार्यान्वयन के लिए कारगर कदम उठाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कांगड़ा जिले में अप्रैल से सितंबर 2024 तक मनरेगा के तहत 57 करोड़ 95 लाख रुपये मजदूरी के रूप में जॉब कार्ड धारकों को दिए जाने की जानकारी दी।
स्वयं सहायता समूहों को ऋण की सुविधा प्राथमिकता के आधार पर देने के लिए बैंक अधिकारियों को निर्देश देते हुए गोमा ने कहा कि इन समूहों के उत्पादों के विपणन के लिए हिम ईरा शॉप्स खोली जा रही हैं।
भूमिहीन परिवारों को आवास निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए गोमा ने कहा कि विभिन्न तहसीलों में लंबित आवेदन पत्रों को 30 नवंबर तक पूरा किया जाए। उन्होंने पिछले छह महीनों में 16 भूमिहीन परिवारों को भूमि उपलब्ध कराने का उल्लेख किया।
मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कांगड़ा में स्लम एरिया नोटिफाइड करने के लिए सर्वेक्षण कराने का सुझाव दिया। आयुष मंत्री ने विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लिए 47 करोड़ रुपये की धनराशि का अनुमोदन किया और अधिकारियों को समयबद्ध निपटारे के निर्देश दिए।
बैठक में विधायक मलेंद्र राजन, एडीसी विनय कुमार, प्लानिंग ऑफिसर अलोक धवन, और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। उपयुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने समिति के सदस्यों का धन्यवाद किया और उनके मुद्दों के समयबद्ध समाधान का आश्वासन दिया।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया