-गन्ना क्रय केन्द्रों पर गड़बड़ी को लेकर मिल रही थी शिकायत
हरिद्वार, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । आरबीएनएस शुगर मिल का पेराई सत्र 2024-25 शुरू होने वाला है। मिल की ओर से सारी तैयारी पूरी हो गई हैं। मिल की ओर से किसानों को गन्ना पर्चियां भी भेज दी गई है। वहीं संचालित गन्ना क्रय केन्द्रों पर तौल बाबू की तैनाती को लेकर सहकारी गन्ना विकास समिति ने मिल प्रशासन को लेकर एक पत्र जारी किया है, जिसमें संचालित क्रय केन्द्रों पर तौल कर्मचारी की 15 दिनों तक ही नियुक्ति की बात कही गई है। साथ ही मिल प्रबंधक को यह भी कहा गया है कि जिस गांव में संचालित गन्ना क्रय केन्द्र बनाऐं गए हैं उन पर उस गांव के निवासी तोल कर्मचारी की तैनाती नहीं होनी चाहिये। पेराई सत्र 2024-25 के जारी गन्ना आपूर्ति एवं सट्टा नीति मे दिये गये निर्देशों के अनुपालन में क्रय केन्द्रों पर तैनात सम्बन्धित कार्मिकों का पाक्षिक स्थानांतरण करने को कहा गया है। सहकारी गन्ना विकास समिति लक्सर ने पत्र की एक एक प्रतिलिपि गन्ना आयुक्त देहरादून व जिला सहायक गन्ना आयुक्त को भी भेजी गई है।
जानकारी के अनुसार पिछले कई वर्षों से किसानों के द्वारा सहकारी गन्ना विकास समिति व मिल प्रशासन से तौल कर्मचारियों की गन्ने की तौल की गड़बड़ी को लेकर शिकायत की जा रही थी, जिसका संज्ञान लेते हुए लक्सर सहकारी गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह और गन्ना सचिव सुरजभान ने पेराई सत्र 2024-25 में संचालित क्रय केन्द्रों पर तैनात कर्मचारियों को लेकर मिल प्रबंधक के नाम पत्र जारी किया। मिल प्रबंधन तौल कर्मचारी की तैनाती करते समय यह भी ध्यान अवश्य रखे कि तैनात कर्मचारी संचालित क्रय केन्द्र से आबद्ध ग्राम का निवासी न हो और उसकी 15 दिन से ज्यादा की तैनाती नही होनी चाहिये। पेराई सत्र 2024-25 के लिए जारी गन्ना आपूर्ति एवं सट्टा नीति मे दिये गये निर्देशों के अनुपालन में क्रय केन्द्रों पर तैनात सम्बन्धित कार्मिकों का पाक्षिक स्थानांतरण के आदेश जारी करें और आदेश की एक प्रतिलिपि कार्यालय को भेजें।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला