चिरांग (असम), 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । चिरांग जिले में भारत-भूटान सीमा के पास शालबारी गांव नंबर 2 में किसानों को अपने खेतों में काम करते समय अत्याधुनिक हथियार मिले। खेत की जोताई के समय मिट्टी के नीचे दबा हुआ हथियार उन्हें दिखा।
इसकी सूचना तत्काल ही चिरांग पुलिस को दी गई। पुलिस ने बुधवार को बताया कि बरामद हथियार (एके-56 राइफल) प्लास्टिक से लिपटी थी। इसके साथ तीन मैगजीन भी मिला।
पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जंग लगे इस आग्नेयास्त्र को बरामद किया और उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस स्टेशन ले गए।
इस खोज के आलोक में, पुलिस ने एक व्यापक जांच शुरू की है। प्रारंभिक संदेह से पता चलता है कि हथियारों को किसी पूर्व उग्रवादी समूह द्वारा दफनाया गया हो सकता है, जो इस क्षेत्र में पिछली आतंकवादी गतिविधियों से संभावित संबंधों का संकेत देता है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश / अरविन्द राय