जयपुर, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार काे राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा शहीद स्मारक से राजभवन तक पैदल मार्च भी निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस ने बेरिकेड लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक लिया। इसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर किया।
धरना-प्रदर्शन में अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली सहित कांग्रेस के सभी बड़े नेता माैजूद रहे।
शहीद स्मारक से राजभवन तक पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डोटासरा और पायलट को कंधों पर उठा लिया। इसके बाद बैरिकेडिंग के पास जमकर नारेबाजी की और कार्यकर्ताओं ने राजभवन कूच करने की कोशिश की। लेकिन कार्यकर्ताओं और नेताओं को बैरिकेडिंग कर रोका। उसके बाद वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई।
जैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ता राजभवन की ओर मार्च करने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें शहीद स्मारक पर ही रोक लिया। इस दौरान कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता शमा खान और अन्य कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। शमा खान इस दौरान बेहोश हो गईं। उन्हें पानी पिला कर साथी कार्यकर्ताओं और पुलिस ने संभाला।
शहीद स्मारक पर प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने आवाज उठाई, जो कुछ भी उद्याेगपति अडानी को दिया जा रहा है, वह सही है क्या? कांग्रेस का विरोध पूंजीपतियों से नहीं है, लेकिन आप एकतरफा फैसला करो। एक को ही सब दे दो, यह गलत है। मणिपुर की पीएम मोदी ने सुध नहीं ली, इससे राज्यों में गलत मैसेज गया। मणिपुर जल रहा है, प्रधानमंत्री मोदी को वहां जाने की फुर्सत नहीं है। गहलोत ने कहा कि हम किसी तरह से कमजोर नहीं हैं…दिल से दिमाग से इरादे से…हमें अपने गांव में घर-घर में संपर्क करना है, पंचायत चुनाव में काम करना है। बाद में असेंबली और लोकसभा के चुनाव आएंगे, तब आपको मजबूत रहना है। पब्लिक अब समझ चुकी है क्या फर्क है पिछली सरकार में और इस सरकार में।
गहलोत ने कहा कि हमें संगठन को मजबूत करना होगा। बूथ तक जाना होगा। गहलोत ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी संकट में होती है, तब असली कार्यकर्ता नेता की पहचान होती है। संकट के समय जो नेता आगे आते हैं, वही कांग्रेस के असली और वफादार सिपाही होते हैं। इसलिए आज आपका आना मायने रखता है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार पेपर लीक में मगरमच्छ पकड़ने की बात करते हैं। लेकिन, इनसे चूहिया तक नहीं पकड़ी जाती। किरोड़ी मीणा की जुबान प्रधानमंत्री ले गए या कौन ले गए। सरकार एसआई भर्ती पर क्या करना चाहती है, यह बताएं?
डोटासरा ने कहा कि आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा को कांग्रेस सरकार ने पकड़ा। रामू राम राईका को पकड़ा तो वह तो भाजपा का ही नियुक्त किया हुआ था।
25 से ज्यादा थानेदारों की तो जमानत हो गई। कृषि मंत्री इस्तीफा लिए घूम रहे थे। लगता है वह वापस जंच गए दिखते हैं।
अगर जंच गए हैं तो किरोड़ी ने कहा था कि किसान लोन ले लेते हैं और चुकाते नहीं है।
क्या किरोड़ी बयान पर कायम हैं।
डोटासरा ने कहा कि लूटो, छीनो और खाओ। यह मोदी का मूल-मंत्र बन गया है।
अदाणी को देश लुटाया जा रहा है, लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि यह सरकार झूठ पर चल रही है। लूट पर चल रही है।
हमारे कार्यकर्ता आम जनता तक यह मैसेज पहुंचाएंगे और कांग्रेस को आगे लाने में मदद करेंगे। नर्मदा का पानी झुंझुनूं तक आ गया है।
झुंझुनूं के लोग यहां बैठे हैं। बता दें कि पानी कहां आया है। पानी कहां मिल रहा है। सब लोग जान रहे हैं। आज उनके हालात पूरा देश जान चुका है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कौन नेता आया, नहीं आया। इधर-उधर की बातें छोड़ो। हम सब एक हैं। एक साथ लड़ेंगे और चार साल बाद सरकार लेकर आएंगे। पायलट ने कहा कि भारत के जिस राज्य में अडाणी ने करप्शन किया है, उसका खुलासा होना चाहिए।
राहुल गांधी कहते हैं मोदी नहीं कर पाएंगे। जहां-जहां गौतम अडाणी के मार्फत घोटाला किया गया है, सत्ता और उद्योग के एकीकरण के खिलाफ कांग्रेस पार्टी है।
पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री कल यहां पर आए, लेकिन पीकेसी-ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया।
भाजपा की सरकार को एक साल हो गया है। एक साल लगातार सत्ता का खिंचाव रहा। किसी को पता नहीं सरकार कौन चला रहा है। दिल्ली से चल रही है या यहां से।
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(Udaipur Kiran) / रोहित