श्रीनगर, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । कश्मीर घाटी में बारिश जल संसाधनों के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा पैदा कर रहा है। आने वाले महीनों में कश्मीर में जल संकट की संभावित गंभीरता पर गंभीर चिंताएं बढ़ रही हैं। नदियों, विशेषकर झेलम में पानी का स्तर चिंताजनक स्तर पर पहुँच गया है, जिससे विभिन्न आपूर्ति योजनाओं के संभावित परिणामों पर विचार करना पड़ रहा है। बारिया न होने से झेलम नदी का जलस्तर कम होता जा रहा है। कुछ जगहो ंपर तो नदी के तल सूख गए हें और उनमें दरारें आ गई है। यदि शुष्क मौसम लंबा खिंचता है, तो आने वाले दिनों में इसका गंभीर प्रभाव पड़ेगा। पूरे कश्मीर में जल निकायों में जल स्तर काफी कम हो गया है। झरनों, कुओं और अन्य स्रोतों पर निर्भर विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ सूख रहे हैं या जल स्तर में काफी कमी आ रही है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने जलस्रोतों में पानी का स्तर काफी कम होने की बात कही है।
(Udaipur Kiran) / Ashwani Gupta / बलवान सिंह
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