
धमतरी, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । केचमेंट एरिया में अनवरत वर्षा होने से गंगरेल बांध में पानी आवक बनी हुई है। पिछले 10 दिनों के भीतर गंगरेल बांध में 20 टीएमसी से अधिक पानी कैचमेंट क्षेत्र से आ चुका है।, जिससे गंगरेल बांध 80 प्रतिशत भर चुका है। यदि यही हाल रहा तो कुछ दिनों के भीतर गंगरेल बांध से पानी छोड़ना पड़ेगा।
धमतरी व कांकेर जिले में बारिश शुरू होने के बाद से जबकि बांध में पहले से सवा छह टीएमसी जलभराव था, जो अब बढ़कर करीब 27 टीएमसी पानी हो चुका है। गंगरेल बांध अपनी कुल जलभराव क्षमता के 80 प्रतिशत भर चुका है। बांध में पानी खतरे के निशान के करीब है।
जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में कांकेर व धमतरी जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही अच्छी बारिश के बाद 10 दिनों के भीतर 20 टीएमसी से अधिक पानी कैचमेंट क्षेत्र से आया है, इससे गंगरेल बांध का जलभराव अब करीब 27 टीएमसी होने वाला है, जो अपनी कुल जलभराव क्षमता के 83 प्रतिशत है। गंगरेल बांध का लेवल 347.05 हो चुका है, जबकि खतरे के निशान 348.70 मीटर होता है, ऐसे में यहां तक पहुंचने के लिए अब सिर्फ एक मीटर नीचे रह गया हैै। जबकि गंगरेल बांध में बारिश थमने के बाद भी कैचमेंट क्षेत्र से 9177 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई हैै। बांध में पर्याप्त जलभराव हो चुका हैै। अब यदि कांकेर जिले में अच्छी बारिश होती है, तो गंगरेल बांध में तेजी से पानी की आवक होते ही बांध लबालब हो जाएगा और बांध से पानी छोड़ने की नौबत आएगी। हालांकि बांध में पानी की आवक में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। जानकारी के अनुसार गंगरेल बांध से रूद्री बांध में अभी भी 1400 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा / चन्द्र नारायण शुक्ल
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