
भोपाल, 16 फरवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में गिद्धों की संख्या और उनकी स्थिति का आकलन करने के लिये गिद्ध गणना वर्ष 2024-25 सोमवार, 17 फरवरी से प्रारंभ होगी, जो दो चरणों की जायेगी। गिद्दों के आंकलन की गणना वर्ष में दो बार की जाती है। शीतकालीन गिद्ध गणना 17, 18 एवं 19 फरवरी को होगी और ग्रीष्मकालीन गिद्ध गणना 29 अप्रैल 2025 को की जायेगी। शीतकालीन गिद्ध गणना सुबह 7 बजे से 8 बजे तक होगी। ऐसे स्थान जहां पर ऊंची चट्टान है, उन स्थानों पर अधिकतम 9 बजे तक गणना की जा सकती है। केवल बैठे हुए गिद्धों की गणना की जायेगी।
जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने बताया कि गिद्ध गणना वर्ष 2024-25 के लिये 11 मास्टर ट्रेनर द्वारा 16 वन वृत्त में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 27, 29 एवं 31 जनवरी 2025 में किया गया। प्रशिक्षण में 900 से अधिक वन अधिकारी-कर्मचारियों, गिद्ध विशेषज्ञों और पक्षी प्रेमियों ने भाग लिया। प्रदेश में गिद्धों के संरक्षण से संबंधित गतिविधियों के अनुश्रवण के लिये एवं गिद्ध गणना वर्ष 2024-25 की पद्धति पर विचार करने के लिये, तकनीकी सलाहकार समिति की बैठक 20 जनवरी 2025 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) की अध्यक्षता में की गई।
उन्होंने बताया कि गिद्ध की गणना के लिये प्रपत्र 1, 2, एवं 3 का उपयोग किया जायेगा और सम्पूर्ण जानकारी डिवीजन स्तर पर प्रपत्र-3 में कार्यालय दिवस में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) को ([email protected]) एवं वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल को ई-मेल के माध्यम से भेजी जाएगी।
(Udaipur Kiran) तोमर
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