प्रशिक्षण में विकलांग, विधवा व तलाकशुदा महिलाओं को दी जाएगी प्राथमिकता
हिसार, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय स्थित सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान में हरियाणा के अनुसूचित जाति, जनजाति के उम्मीदवारों को विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जाएंगे। प्रशिक्षण में विकलांग, विधवा व तलाकशुदा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
संस्थान के सह-निदेशक डॉ. अशोक गोदारा ने रविवार को बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज के मार्गदर्शन में 9 अगस्त से पांच दिवसीय व्यवसायिक प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत फल व सब्जी परीक्षण, नर्सरी रेजिंग, बेकरी, दुग्ध एवं इसके मूल्य संवर्धित उत्पाद, कटाई एवं सिलाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अनुसूचित जाति, जनजाति के बेरोजगार और जरूरतमंद विशेष कर ग्रामीण युवक एवं युवतियां जो यह प्रशिक्षण लेना चाहते हैं वे आगामी 9 अगस्त तक अपने आवेदन पत्र संबंधित संस्थान में किसी भी कार्य दिवस को प्रात: 9 बजे से सायं 4:30 बजे तक जमा करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि चयनित प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात राज्य सरकार की योजनाओं के अनुसार स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार सहायता सामग्री देने का प्रावधान है। आवेदन पत्र के साथ शैक्षणिक योग्यता, प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, हरियाणा सरकार द्वारा जारी अनुसूचित जाति/जनजाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, नवीनतम रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक अकाउंट की कॉपी सहित सभी दस्तावेजो कि सत्यापित प्रति संलग्न करनी होगी।
उन्होंने बताया कि फॉर्म भरने से पहले संबंधित व्यक्तियों को परिवार पहचान पत्र के अनुसार किसी भी सदस्य ने इससे पहले इस विश्वविद्यालय या इसके संबंध हरियाणा के किसी भी कृषि विज्ञान केंद्र संस्थान से अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों के लिए सहायता प्राप्त स्कीम के तहत किसी भी तरह का प्रशिक्षण प्राप्त न किया हुआ हो इस संबंध में उम्मीदवार को अंडरटेकिंग इस संस्थान में जमा करवानी होगी। यह संस्थान विश्वविद्यालय के गेट नंबर-3, लुदास रोड पर स्थित है। उन्होंने बताया कि आवेदक की आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए और इस प्रशिक्षण में विकलांग, विधवा तथा तलाकशुदा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर शर्मा