जम्मू, 29 मार्च (Udaipur Kiran) । विशाल खत्री सभा ने आज शनि अमावस्या के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना करते हुए परमंडल में लंगर का आयोजन किया। यह आयोजन समुदाय की सेवा करने और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। इस अवसर पर बोलते हुए।
आचार्य संजीव शास्त्री ने कहा कि शनिवार को पड़ने वाली शनि अमावस्या को हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। यह भगवान शनि से जुड़ा है जो किसी के जीवन में संतुलन और न्याय लाने की अपनी शक्ति के लिए पूजनीय हैं। इस दिन भक्त आम तौर पर प्रार्थना करते हैं अनुष्ठान करते हैं और भगवान शनि को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए धर्मार्थ गतिविधियों में संलग्न होते हैं।
विशाल खत्री सभा द्वारा आयोजित लंगर लोगों को एक साथ लाने और समुदाय और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है। जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना करके संगठन क्षेत्र के कल्याण और समृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहा है।
अमावस्या के शुभ अवसर पर विशाल खत्री सभा के अध्यक्ष देवेन्द्र सेठ द्वारा विशेष सेवा लंगर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान करीब 400 लोगों को लंगर का प्रसाद परोसा गया। सेठ ने भक्तों को अच्छे विश्वास के गुणों को सभी लोगों तक फैलाने के लिए प्रेरित किया उन्होंने मानवता को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
उन्होंने कहा कि गुरुद्वारों में शुरू हुई यह पवित्र परंपरा अब धर्म, जाति और सीमाओं से परे एक वैश्विक आंदोलन बन गई है जो भूख से लड़ने और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए समर्पित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लंगर का प्राथमिक उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराना और समाज में समानता को बढ़ावा देना है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
