
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में अरविंद केजरीवाल सरकार पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया और दिल्ली के असहाय लोगों का हक छीनने का खुलासा किया। इस मौके पर मामले के शिकायतकर्ता अधिवक्ता हिमांशु सेठी भी उपस्थित थे।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार का एक विभाग है दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड। इसका काम है गरीब असहाय लोगों की मदद करना और उनके लिए रैनबसेरे शेल्टर होम देना।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि डूसिब विभाग के नियमानुसार हर एक शेल्टर होम में रहने वालों की देखरेख के लिए क्षमतानुसार पांच से छह लोगों के केयरटेकर स्टाफ का वेतन ठेकेदार एन.जी.ओ. को दिया जाता है, परन्तु भाजपा की एक टीम ने जब इसकी जांच की तो इसमे बड़ा घोटाला पकड़ा गया। एक शेल्टर में पांच- छह कर्मियों को देख रेख के पैसे दिए जा रहे हैं जबकि वहां दो कर्मचारी ही होते हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बिना दलाली, बिना घूसखोरी, बिना कमीशन के अरविंद केजरीवाल की सरकार में कोई काम नही होता है। भाजपा अधिवक्ता टीम ने जब जांच की तो पाया कि दिल्ली में आठ प्रमुख एन.जी.ओ. के पास शेल्टर होम के रखरखाव का ठेका है और अधिकांश शेल्टर होम में केवल दो- तीन कर्मी ही काम करते हैं परन्तु तनख्वाह पांच- छह की उठती है। जांच को आगे बढ़ाने पर भाजपा अधिवक्ता टीम ने पाया कि अलग अलग शेल्टर होम में एक ही नाम का स्टाफ रिकार्ड में पंजीकृत है, उनके आधार एवं बैंक खाते तक एक ही हैं। चाहे दिल्ली गेट पर चल रहा शेल्टर हो, या लाहोरी गेट पर, तुर्कमान गेट पर, मंगोलपुरी स्थित शेल्टर हो, सभी जगह एक आधार कार्ड पर पांच तनख्वाह दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला लगभग 250 करोड़ रुपये का घोटाला है और इसकी जांच की मांग हमने ए.सी.बी. से की है और लोकायुक्त में भी हमने इस मामले को दर्ज कराया है। भाजपा नेता ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सम्बंधित मंत्रियों, विधायक, डूसिब के अधिकारी से लेकर इसमें संलिप्त जितने भी लोग हैं, उनकी भूमिका की जांच की मांग की है।
सचदेवा ने कहा कि जिन एन.जी.ओं. को यह जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें दिल्ली सरकार चुनती है। दिल्ली सरकार के हर विभाग में इस वक्त लूट चल रही है और अभी कल फर्जी जाति सर्टिफिकेट का मामला हमने उजागर किया था और आज इस तरह के घोटाले सामने आए हैं।
उन्होंने आआपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक कर्मचारी विजय कुमार ज्योति समाज सेवा संस्थान में कार्यरत है लेकिन एक ही समय में उसकी पांच जगहों पर डिटेल दी गई है जबकि आधार कार्ड भी एक ही है। एक ही एकाउंट में पांच तनख्वाह जा रही है। वह तनख्वाह फिर रिटर्न होकर आम आदमी पार्टी के नेताओं को कमीशन के रूप में वापस मिल रही है।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
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