
देवघर, 6 मई (Udaipur Kiran) ।
राजकीय श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों को लेकर नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक मंगलवार को देवघर के परिसदन सभागार में की गई। बैठक मेला की तैयारियों को लेकर मंत्री ने विभागवार समीक्षा की और अधिकारियों को कई निर्देश दिया।
बैठक में श्रद्धालुओं को समान अवसर देने के लिए इस वर्ष सोमवार को आउट ऑफ टर्न दर्शन (वीआईपी और वीवीआईपी दर्शन) पर पूर्ण रूप से रोक लगाने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा श्रावणी मेला में तकनीक का व्यापक उपयोग करने का निर्णय लिया गया। इसमें
एआई आधारित इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम बनाने, एआई चैटबोट-सूचना, फीडबैक और हेल्पलाइन, एआई आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, क्यूनआर कोड आधारित फीडबैक सिस्टम, लोकेशन बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम और डिजिटल पवेलियन की सुविधा शामिल है।
श्रावणी मेला झारखंड की पहचान
बैठक में सुरक्षा और तकनीकी नवाचार पर जोर
बैठक में मंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला झारखंड की पहचान है और लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है। इसलिए सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने की जरूरत है। ताकि सुलभ व सुरक्षित जलार्पण के साथ श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभूति प्राप्त हो।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था
मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र, सूचना सह सहायता केंद्र, टेंट सिटी, पेयजल, स्नानगृह, शौचालय, कूड़ेदान, सफाई व्यवस्था, इंद्र वर्षा (मिस्ट कूलिंग) और सजावट और तोरण द्वार की बेहतर योजना पर निर्देश दिया गया। साथ ही पुख्ताश सुरक्षा व्यदवस्था को लेकर ओपी, ट्रैफिक नियंत्रण केंद्र, अपराध नियंत्रण, वाहन पड़ाव स्थल और रूटलाइनिंग की विस्तृत योजना पर चर्चा हुई, ताकि श्रद्धालुओं को सहज अनुभव मिल सके। इसके अलावा
विद्युत आपूर्ति, नगर विकास, पेयजल और स्वच्छता, पर्यटन, जनसंपर्क, स्वास्थ्य, भवन प्रमंडल सहित सभी विभागों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण काम को पूरा करने को कहा गया।
बैठक में पर्यटन सचिव, देवघर उपायुक्त, दुमका उपायुक्त, पर्यटन निदेशक समेत विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
