मीरजापुर, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । राम मंदिर की तर्ज पर अब विंध्यवासिनी धाम की निगरानी के लिए एआई कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे मंदिर परिसर में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही विंध्यधाम आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या का भी पता चल सकेगा। इससे मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था और हाईटेक हो जाएगी।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि विंध्यवासिनी मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन 25 लाख रुपये की लागत से चार एआई सॉफ्टवेयर आधारित कैमरे लगवा रहा है। ये कैमरे सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता बनाएंगे।
मां विंध्यवासिनी के धाम में दर्शन के लिए विदेश समेत देश के कोने-कोने से दर्शनार्थी आते हैं। कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या और भी इजाफा हुआ है। अराजकतत्व भीड़ का फायदा उठाकर चेन स्नेचिंग, पाकेटमारी आदि घटना को अंजाम देते हैं। अब एआई कैमरे की मदद से इन्हें पकड़ पाना आसान होगा।
ऐसे काम करेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरा
एएसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि एआई कैमरे में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सॉफ्टवेयर रहेगा। यह सॉफ्टवेयर कैमरे से ली गई तस्वीरों और वीडियो को समझकर उसमें महत्वपूर्ण जानकारी निकालने में सक्षम होता है। कैमरा लोगों के चेहरे की तस्वीर लेगा और उसे अपने डेटाबेस में मौजूद तस्वीरों से मिलान करेगा। अगर वह चेहरा डेटाबेस में मौजूद है, तो कैमरा उसकी पहचान कर लेगा। पुलिस संदिग्ध और अवांछनीय लोगों की तस्वीर डेटाबेस में डाल देगी। ऐसे लोगों के कैमरे के सामने आते ही इसकी सूचना मिल जाएगी। फिर इन्हें आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा