लखनऊ, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में रामगंगा, कुन्हरा, राप्ती, घाघरा, बूढ़ी राप्ती, रोहिन एवं क्वानो नदियां खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। अब तक प्रदेश के कुल 22 जनपदों के गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत विभाग की टीम बाढ़ पीड़ितों का हर संभव मदद कर रही है।
प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने रविवार को बताया कि प्रदेश के 22 जनपदों में लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, बरेली, आजमगढ़, हरदोई, अयोध्या, बहराइच, बदायूं, फर्रुखाबाद, बस्ती, देवरिया, उन्नाव, पीलीभीत, श्रावस्ती के 1476 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। अब तक कुल 13026 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। इतना ही नहीं 551949 लंच पैकेट के अलावा 34577 खाद्य सामग्री पैकेट भी वितरित की गयी हैं।
उन्होंने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि चौबीस घंटे में प्रदेश में 6.3 मिमी औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 9.7 मिमी के सापेक्ष 64.9 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में एक जून से 14 जुलाई तक 239.2 मिमी औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 209.4 मिमी के सापेक्ष 114.2 प्रतिशत है। पिछले चौबीस घंटे में वाराणसी और हमीरपुर जनपद में 30 मिमी या उससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में वर्षा से प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त 2182 नावों को भी बचाव राहत कार्यों के लिए उपयोग में लाया गया है।
प्रदेश में अब तक 1829 बाढ़ शरणालय, 569 पशु शिविर जिसमे चारे आदि की पर्याप्त व्यवस्था 519121 पशु टीकाकरण, 1476-बाढ़ चौकियाँ, 1145-मेडिकल टीम स्थापित की गई है। कुल 151957 क्लोरीन टैब्लेट व 123668 ओआरएस का वितरण किया गया है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / दीपक वरुण / आकाश कुमार राय