अररिया, 28 जनवरी (Udaipur Kiran) ।
सरकारी बाबुओं की कार्यशैली को लेकर एक कहावत वर्षों से प्रचलित थी बारह बजे लेट नहीं दो बजे के बाद भेंट नहीं।लेकिन इन दिनों ग्रामीण इलाके के सरकारी बाबू इस कहावत को भी धत्ता बताकर कार्यालय पहुंचने से भी गुरेज करने लगे हैं।
मामला है फारबिसगंज प्रखंड के पंचायत सरकार भवन औराही पूरब के राजस्व कार्यालय की।जहां राजस्व कर्मचारियों की मनमानी से लोग परेशान हैं। पिछले कई महीनों से लोग परिमार्जन, रसीद और ऑनलाइन एंट्री करने के लिए दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनका काम अटका हुआ है। दफ्तर खुलने का समय सुबह 10 बजे है, लेकिन कई बार तो कार्यालय एक बजे तक भी नहीं खुलता, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
सरकार भवन में तीन राजस्व कचहरी ऑफिस बनाए गए हैं, लेकिन उनमें से दो ऑफिस बोकडा और झिरवा पुरवारी बंद पाए गए। दोनों कर्मचारियों अमरेश कुमार पंडित और मोहम्मद आरिफ हुसैन, का कहीं पता नहीं चला। इससे लोग परेशान हैं और अपनी जरूरी कागजात के लिए महीनों तक इंतजार करने को मजबूर हो रहे हैं।
ऑनलाइन रसीद कटवाने के लिए आए मोहम्मद सरबर आलम ने बताया कि वह पिछले तीन महीने से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने आरोप लगाया कि पैसे देने के बावजूद उनका काम नहीं हुआ। इस स्थिति से लोग आक्रोशित हैं और वे उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फारबिसगंज अंचल अधिकारी ललन ठाकुर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसी कोई शिकायत उन्हें प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि जब भी वह पंचायत सरकार भवन गए हैं, तो सभी पदाधिकारी वहां उपस्थित रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर