धमतरी , 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । रिश्तेदारों के नाम पीएम आवास की स्वीकृति का आरोप लगाकर ग्रामीणों की भीड़ कलेक्ट्रेट पहुंची। ज्ञापन सौंपकर इसकी जांच करने की मांग ग्रामीणों ने की है। ग्राम चिंवरी के ग्रामीण लक्ष्मण राम, कन्हैया लाल, देवनारायण समेत अन्य ग्रामीण 17 सितंबर को कलेक्ट्रेट पहुंचे। शासन के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर अनियमितता बरती गई है। यहां के पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव के जरूरतमंद पात्र हितग्राहियों का चयन करने की बजाए अपने नाते-रिश्तेदारों के नाम ही पीएम आवास की स्वीकृति दे दी है।
ग्राम चिंवरी के ग्रामीण बृजलाल सेन, रूपराम यादव, मोतीराम ने बताया कि गांव में अनेक जरूरतमंद पात्र हितग्राहियों ने पीएम आवास के लिए आवेदन किया था, लेकिन सूची में उनका नाम ही नहीं आया। जबकि चयन सूची में ऐसे लोगों का नाम है, जो पात्रता रखते ही नहीं है। पंचायत प्रतिनिधियों ने जरूरतमंदों को वंचित करते हुए अपने नाते-रिश्तेदारों, कार्यकर्ताओं को लाभ पहुंचाया है। ग्राम पंचायत में पीएम आवास के नाम पर चल रही मनमानी से ग्रामीणों में गहरा रोष है। पीएम आवास योजना केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने इस योजना के उद्देश्य पर ही गड़बड़ी कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका की जांच करते हुए चयनित सूची की क्रास जांच करने की मांग की है। उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद अधिकारी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों में अवधराम, जीतराम, चन्दूलाल, उमराव, घनश्याम साहू, परमानंद, राधेश्याम, भारत, पोखन लाल साहू धमतरी कलेक्टर-सीईओ से मांग की है कि चिंवरी में पीएम आवास के नाम पर बरती जा रही अनियमितता की जांच कराई जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि मांग पूरा नहीं होने पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा