– मस्जिद कमेटी का कब्र खोदने की जगह नहीं देने का ऐलान, पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल
मोरीगांव (असम), 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । मोरीगांव के देशी मुस्लिमों ने मोरीगांव के कुख्यात ड्रग्स माफिया टूटो उर्फ रशीमुद्दीन अहमद को समाज से बहिष्कृत कर दिया है। स्थानीय लोगों और मस्जिद समिति द्वारा लिये गये इस फैसले के बाद अब उसका परिवार समाज में कहीं आवाजाही नहीं कर सकेगा।
स्थानीय लोगों ने मोरीगांव पुलिस प्रशासन की भूमिका को लेकर भी नाराजगी जताई है। लोगों ने आखिरकार खुद ही कार्रवाई करने का मन बनाया। वहीं दूसरी ओर मस्जिद कमेटी ने टूटों के परिवार को समाज से बहिष्कृत करने के साथ ही परिवार के किसी भी सदस्य के लिए कब्र खोदने की जगह नहीं देने का भी ऐलान किया है।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले लोगों ने टूटू के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मोरीगांव सदर थाने में धरना भी दिया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्योंकि, टूटू नामक यह कुख्यात ड्रग्स तस्कर मोरीगांव पुलिस के आला अधिकारियों का खास होने का दावा करते हुए गांव के लोगों के सामने सरेआम कारोबार चला रहा है।
पुलिस पर आरोप है कि टूटू के मामले में वे ढिलाई बरतते हैं। लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि नशे के खिलाफ असम पुलिस की जीरो टॉलरेंस की नीति कहां गई? टूटू आने वाली कई पीढ़ियों को ड्रग्स का एडिक्ट बना चुका है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश / अरविन्द राय