मुरैना, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिले के अंबाह थाना क्षेत्र में चंबल नदी के किनारे के गांवों में हिंसक जानवर तेंदुओं की आमद फिर हो गई है। इस बार तेंदुओं की संख्या तीन से चार बताई जा रही है। तेंदुओं की आमद से ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीण सांझ ढलते ही अपने-अपने घरों में घुस जाते हैं। उन्हें डर है कि अगर वह गांव में निकले तो तेंदुआ हमला कर सकते हैं। उधर आज तेंदुओं द्वारा एक नीलगाय को भी मार दिया गया।
अंबाह क्षेत्र में पिनाहट रोड स्थित रुधावली, रछेड़, कसमड़ा आदि गांवों में तेंदुओं के आने की खबर है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछली बार एक या दो तेंदुआ आए थे, लेकिन इस बार इनकी संख्या तीन या चार है। खासबात यह है कि सभी तेंदुआ एक साथ ही विचरण कर रहे हैं। इस वजह से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण इस बात को लेकर संशकित हैं कि रात को गांव में या खेतों पर जाते समय कहीं तेंदुऐ हमला नहीं कर दें। उधर बताया जाता है कि तेंदुओं ने मंगलवार को एक नीलगाय को अपना शिकार बना डाला। इससे पहले भी जानवरों को तेंदुए मार चुके हैं। उधर तेंदुओं की आमद से ग्रामीण दहशत में हैं। लोग सांझ ढलते ही अपने-अपने घरों पर पहुंच जाते हैं। इतना ही नहीं अगर उन्हें कहीं जाना भी होता है तो दो तीन लोग मिलकर लाठी, फरसा आदि लेकर जाते हैं। जिससे अगर कहीं तेंदुआ हमला करें तो वह उनका मुकाबला कर सकें। उधर ग्रामीण इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि इस समय खेती किसानी का काम चल रहा है। खेतों में गेहूं की बुआई चल रही है। साथ ही पलेवा भी करना पड़ रहा है। जिस वजह से उन्हें हार में भी रुकना पड़ रहा है। लेकिन तेंदुओं की चहल कदमी की वजह से उन्हें डरकर रहना पड़ रहा है। साथ ही अब कम संख्या में किसान रात को खेतों पर रुक रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा