Uttrakhand

ग्रामीणों ने आवाजाही के लिए श्रमदान कर बनाया वैकल्पिक पुल

साकुलीगाड पर श्रमदान से वैकल्पिक पुल बनाने हुए ग्रामीण।

गोपेश्वर, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के देवाल क्षेत्र के दूरस्थ गांव में वाण में भारी बारिश के कारण बहे कच्चे पुल को ग्रामीणों ने शनिवार को दोबारा बनाकर आवाजाही शुरू कर दी है।

वाण गांव के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हीरा पहाड़ी और पूर्व रेंजर टीएस बिष्ट ने बताया है कि साकुलीगाड गधेरे में ग्रामीणों की ओर से बनाया गया पुल 25 जुलाई को भारी बारिश के कारण बह गया था। ग्रामीणों व स्कूल के बच्चों को स्कूल जाने के लिए पांच किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही थी। आवाजाही की समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने शनिवार को श्रमदान कर लकड़ी का वैकल्पिक कच्चा पुल तैयार कर दिया है। इस स्थान पर जिला पंचायत का आरसीसी पुल था, जो 2023 की आपदा में बह गया था। पुल बनाने की मांग लगातार ग्रामीण कर रहे हैं लेकिन जिला पंचायत अभी तक पक्का पुल नहीं बना पाया है।

वलाण गांव के उप प्रधान विरेन्द्र राम ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों ने श्रमदान कर चार घंटे में वैकल्पिक पुल बना कर आवाजाही शुरू कर दी है। उन्होंने कहा पिछले दस वर्षों से ग्रामीण इस गधेरे में पुल बनाने की मांग शासन-प्रशासन से करते आ रहे है, लेकिन वर्तमान समय तक पुल नहीं बना है।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल / वीरेन्द्र सिंह

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