
अररिया, 03 मई (Udaipur Kiran) ।
नरपतगंज के घुरना थाना क्षेत्र के पथराहा पंचायत के वार्ड संख्या 14 में बीते 29 मार्च को जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में हुए मारपीट में घायल 40 वर्षीय मो. इमासीन पिता मो.जियाबुल बुरी तरह जख्मी हो गया था।नेपाल के विराटनगर न्यूरो हॉस्पिटल में एक माह से घायल का इलाज चल रहा था।जिसकी मौत शनिवार को हो गयी।
जैसे ही इमासीन की मौत की सूचना स्वजनों और ग्रामीणों को हुई। उसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा मचाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।आक्रोशित ग्रामीणों ने उनका शव घुरना नहर चौक पर रखकर सड़क जाम कर दिया और टायर जलाकर उग्र प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण घुरना थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।प्रदर्शनकरियों का स्पष्ट आरोप था कि इतनी बड़ी घटना घटित होने के बावजूद घुरना थानाध्यक्ष और पुलिस प्रशासन ने एक माह तक कोई कार्रवाई नहीं की।ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि पैसे लेकर थानाध्यक्ष ने आरोपितों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। मामले की सूचना मिलने पर तत्काल सर्किल इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह, बसमतिया थानाध्यक्ष अमर कुमार पुलिस बल के मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।जिसके बाद डीएसपी हेडक्वार्टर फखरे आलम मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया।
आक्रोशित लोगों ने डीएसपी हेडक्वार्टर को कहा कि थानाध्यक्ष की लापरवाही के कारण यह घटना घटी है। अगर थानाध्यक्ष पूर्व में कार्रवाई की होती तो शायद इस तरह की घटना नहीं घटती। आक्रोशितों का कहना था कि आरोपियों से घुरना थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव रुपैया लेकर उसपर कार्रवाई नहीं की। घटना को लेकर घुरना अचरा मुख्य मार्ग में नहर चौक के समीप ग्रामीण व महिला शव रख कर प्रदर्शन किया।आक्रोशित ग्रामीण थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने करीबन चार घंटे तक शव के साथ प्रदर्शन किया।जिसके बाद एसपी अंजनी कुमार ने डीएसपी मुख्यालय फखरे आलम को मौके पर भेजा।डीएसपी हेडक्वार्टर के समझाने बुझाने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए तब जाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेजा गया। पोस्टमार्टम करने के बाद मृतक के परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मौके पर डीएसपी हेडक्वार्टर ने आक्रोशित लोगों को आश्वासन दिया कि अविलंब जांच कर कार्रवाई करने के लिए एसपी को रिपोर्ट भेजा जाएगा और थानाध्यक्ष यदि मामले में दोषी पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर
