उत्तरकाशी, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में गड़बड़झाला की शिकायतों को लेकर उत्तरकाशी में ग्रामीणों का धरना 77 दिनों से जारी है।
गुरूवार को आंदोलनकारियों का सब्र का बांध तब टूट गया जब कलेक्ट्रेट में शांति पूर्वक गांधी गिरी से गत 18 जून से गांव बचाओ आंदोलनकारी 77 दिन बाद जिलाधिकारी दफ्तर में धरने पर बैठ गये। उनका आरोप था कि प्रशासन ने धरना के जगह सरकारी गाड़ियों को खड़ी कर दी। ग्रामीण दिन भर धरने पर बैठे रहे। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए उप जिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश कुमार तिवारी, कोतवाली प्रभारी अमर जीत ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।
देर सायं जिलाधिकारी ने आंदोलनकारी ग्रामीणों को बुलाया और वार्ता की। ग्रामीण सिंगोट के राजवीर सिंह नेगी बताया कि गांव में 109 परिवार को जल जीवन मिशन का कनेक्शन दिया गया है। फेस वन में एक परिवार में तीन-तीन कनेक्शन यानी फर्जी कनेक्शन दिखा रखा है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जल निगम के अधिशासी अभियंता को जांच के आदेश कर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं अठाली, पावा, निसमौर में भी पानी जल जीवन मिशन योजना में गड़बड़झाला बताया गया है। इस दौरान अठाली, पावा गांव, निसमोर गांव के ग्रामीणों ने जल जीवन की लाईन को पुरानी लाईन का रिपेयर कर टेप करने का आरोप लगाया है।
वहीं आंदोलनकारी अभिषेक जगूड़ी ने बताया कि जिलाधिकारी से वार्ता हुई, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा।
हर नल में चाहिए जल : जगूड़ी
गांव बचाओ आंदोलन कारियों के संयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. नागेन्द्र जगूड़ी ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपए की धनराशि खर्च दिखाया गया, लेकिन योजना के मुताबिक घर-घर नल में जल नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें हर घर के नल में जल चाहिए।
अब रामलीला मैदान पर कर सकेंगे धरना प्रदर्शन
उप जिलाधिकारी भटवाड़ी वृजेश कुमार तिवारी ने एक आदेश जारी करते हुए जनपद मुख्यालय उत्तरकाशी में विभिन्न छात्र संगठन, राजनीतिक संगठन, कर्मचारी संगठन आदि द्वारा विभिन्न समस्याओं और मांगो के लिए रैली, अनशन, धरना प्रदर्शन, जुलूस आदि आयोजन के लिए सब्जी मंडी के पीछे रामलीला मैदान चिन्हित किया है।
(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल