-कानपुर क्षेत्र के समन्वयकों की कार्यशाला आयोजित
प्रयागराज, 03 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय को स्किल हब बनाना है। इसके लिए विश्वविद्यालय कानपुर क्षेत्र के उद्योग जगत के साथ जुड़कर कौशल परक शिक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि 14 राज्य मुक्त विश्वविद्यालय इस बात से सहमत हैं कि दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने का दायित्व मुक्त विश्वविद्यालयों का ही होना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र कानपुर के अंतर्गत आने वाले समस्त अध्ययन केन्द्रों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को क्षेत्रीय कार्यालय कानपुर पर किया गया। मुख्य अतिथि प्रो सत्यकाम ने कहा कि द्वि पद्धती शिक्षण प्रणाली पूरी व्यवस्था पर संकट है। इस सम्बंध में यूजीसी से अपील की गई है कि वह इस पर पुनर्विचार करे। दूरस्थ शिक्षा दर्शन में शिक्षा के गुणवत्ता की शिक्षार्थियों तक पहुंच उत्कृष्ट स्व अध्ययन सामग्री द्वारा पूरी की जा सकती है। पूरे प्रदेश में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विवि ही एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो अपने छात्रों को स्व अध्ययन सामग्री प्रदान कर रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक स्व अध्ययन सामग्री तैयार करने में सक्रिय हैं।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय से प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे पी यादव एवं डॉ गिरीश कुमार द्विवेदी ने विश्वविद्यालय की नवीन योजनाओं की जानकारी देते हुए समन्वयकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत कानपुर क्षेत्रीय केंद्र की समन्वयक डॉ रेखा त्रिपाठी ने किया। क्षेत्रीय केंद्र कानपुर के अंतर्गत आने वाले समस्त 9 जिलों कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, इटावा, हमीरपुर, कन्नौज, उन्नाव, फर्रुखाबाद, फतेहपुर के समन्वयक आदि उपस्थित रहे। आयोजित कार्यशाला में आए प्राचार्य एवं समन्वयकों डॉ अमित द्विवेदी, डॉ विकास सिंह, डॉ विजय प्रताप सिंह, डॉ संदीप कुमार, समीर कुमार जय मंगल सिंह, डॉ वंदना आदि ने केंद्रों पर आने वाले विभिन्न समस्याओं को इंगित करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / मोहित वर्मा