गोरखपुर, 15 मई (Udaipur Kiran) । दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परास्नातक स्तर के विभिन्न विषयों के कुल 26 मेधावी विद्यार्थियों को कुलपति, प्रो. पूनम टंडन द्वारा स्वामी शिवानन्द मेमोरियल छात्रवृत्ति, हरिहर प्रसाद दूबे मेमोरियल छात्रवृत्ति, प्रो. प्रभाशंकर पाण्डेय छात्रवृत्ति एवं श्रीमती पुष्पा दुबे छात्रवृत्ति का चेक एवं प्रमाण पत्र सभी विद्यार्थियों को (सत्र 2024-25) प्रदान किया गया। छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम का आयोजन, प्रो. अनुभूति दुबे, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने किया। स्वामी शिवानन्द मेमोरियल छात्रवृत्ति सन् 2012 से डिवाइन लाइफ सोसायटी टेहरी गढ़वाल उत्तराखण्ड द्वारा दिया जाता है। इसके अन्तर्गत परास्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के हिन्दी, संस्कृत, प्राचीन इतिहास, शिक्षाशास्त्र, वाणिज्य, विधि, वनस्पति विज्ञान एवं प्राणि विज्ञान के सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दिया जाता है। हरिहर प्रसाद दुबे मेमोरियल छात्रवृत्ति भौतिक विज्ञान, गणित एवं प्राणि विज्ञान विषय के परास्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के सर्वोच्च अंक धारकों को दिया जाता है। प्रो. प्रभाशंकर पाण्डेय छात्रवृत्ति एवं श्रीमती पुष्पा दुबे छात्रवृत्ति क्रमशः समाजशास्त्र एवं बायोटेक्नोलाजी विषय के परास्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के मेधावी विद्यार्थियों को हरिहर प्रसाद दुबे फाउण्डेशन ट्रस्ट बेतियाहाता गोरखपुर द्वारा प्रदान किया जाता है। श्रीमती शांति तिवारी मेमोरियल छात्रवृत्ति रसायनशास्त्र विषय के परास्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के सर्वोच्च अंक प्राप्त छात्रों को हरिहर प्रसाद दुबे फाउण्डेशन ट्रस्ट बेतियाहाता गोरखपुर द्वारा विज्ञान दिवस पर प्रदान किया चुका है।
कार्यक्रम में मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान कर प्रोत्साहित करते हुए कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक सहयोग देकर समाज के लोग एक बड़ा योगदान कर सकते हैं। शिक्षा प्राप्त करने में दिए जाने वाले सहयोग से बड़ा कोई सामाजिक कार्य नहीं है। विद्यार्थियों की मदद से आत्मिक संतोष की भी प्राप्ति होती है। जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा में सहयोग के लिए नागरिकों और विश्वविद्यालय परिवार को आगे आना होगा। छात्रवृत्ति से बच्चों के जीवन में बड़ा परिवर्तन आता है। विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारियों को भी स्वैच्छिक आधार पर यथासंभव कुछ विद्यार्थियों को पुस्तक या वित्तीय सहायता प्रदान करने की पहल करनी चाहिए, जिससे उनके जीवन में बदलाव आ सके। समाज के लोगों से सहायता लेकर भी विद्यार्थियों को मदद दिलाई जा सकती है।
प्रो. अनुभूति दुबे, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण ने उक्त छात्रवृत्तियों की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी का स्वागत किया है और छात्रवृत्ति प्राप्त विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रतिकुलपति एवं अधिष्ठाता विज्ञान संकाय, प्रो. शान्तनु रस्तोगी, अधिष्ठाता, विधि संकाय, प्रो.जितेन्द्र मिश्र, अधिष्ठाता, वाणिज्य संकाय, प्रो. श्री वर्धन पाठक, अधिष्ठाता, कला संकाय, प्रो. राजवन्त राव, अधिष्ठाता, शिक्षा संकाय, प्रो. राजेश सिंह, विभागाध्यक्ष हिन्दी, प्रो.कमलेश गुप्ता, विभागाध्यक्ष प्राचीन इतिहास, प्रो. प्रज्ञा चतुर्वेदी, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र, प्रो. अनुराग द्विवेदी, विभागाध्यक्ष गणित, प्रो. विजय शंकर वर्मा, विभागाध्यक्ष प्राणि विज्ञान, प्रो. रविकांत उपाध्याय, विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलाजी, प्रो. राजर्षि गौड़ एवं विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान, प्रो. अनिल कुमार द्विवेदी सहित कुलसचिव, धीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, वित्त अधिकारी, जयमंगल राव सहित सहायक अधिष्ठाता, छात्र कल्याण एवं छात्र- छात्राएंउपस्थित रहे।
स्वामी शिवानन्द मेमोरियल छात्रवृत्ति पाने वाले हिन्दी विभाग से कु.रेनू पटेल एवं गरिमा पाण्डेय, वाणिज्य विभाग से राधा अग्रवाल व अदिती पाण्डेय, वनस्पति विज्ञान से अनुश्री गुप्ता एवं शिवांगी श्रीवास्तव, जन्तु विज्ञान विभाग से तोषी वाला व रोशनी सिंह, प्राचीन इतिहास विभाग से अंकिता द्विवेदी एवं अंजली गुप्ता, संस्कृत विभाग से अन्नू निषाद, विधि विभाग से मोनिका वर्मा व श्वेता कमलवंशी एवं शिक्षाशास्त्र विभाग से निक्की व वैष्णवी यादव है।
वहीं हरिहर प्रसाद दुबे ट्रस्ट द्वारा भौतिक विज्ञान विषय में आस्था यादव तथा अदिती शर्मा, गणित विषय में सुनिधि व हर्षवर्धन विश्वकर्मा, तथा जन्तु विज्ञान विषय में रिचा पाण्डेय व इप्शिता ओझा को समाजशास्त्र विषय में क्षमा सिंह व मनीषा यादव एवं प्रीति शुक्ला को तथा बायोटेक्नोलाजी विषय में प्रियंका गुप्ता व ऋषिता मिश्रा को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी है। उपरोक्त सभी छात्रवृत्ति अपने-अपने विषय में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को प्रदान की जाती है।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
