काराकास, 03 सितंबर (Udaipur Kiran) । वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार रहे एडमंडो गोंजालेज के खिलाफ सोमवार को यहां की एक विशेष अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। गोंजालेज की गिरफ्तारी को लेकर वेनेजुएला के अटॉर्नी जनरल कार्यालय की मांग को विशेष आतंकवाद विरोधी अदालत के न्यायाधीश ने मंजूर कर लिया। गोंजालेज ने सोशल मीडिया पर समर्थकों से शांत रहने का आह्वान किया है।
अटार्नी जनरल कार्यालय ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर सोमवार को विशेष आतंकवाद विरोधी अदालत के न्यायाधीश को संबोधित एक पत्र पोस्ट किया था जिसमें गोंजालेज के खिलाफ दस्तावेजों की जालसाजी और कानून की अवहेलना करने के लिए उकसाने सहित कथित अपराधों का विवरण दिया था।इसमें गोंजालेज की गिरफ्तारी की मांग की गई थी। उल्लेखनीय है कि गोंजालेज के खिलाफ जांच चल रही है। तीन बार समन जारी होने के बावजूद वे अभियोजकों के सामने पेश नहीं हुए।
लंदन से छपने वाले अखबार द गार्जियन के अनुसार, अगर एडमंडो गोंजालेज दोषी ठहराए जाते हैं तो उन्हें अपना शेष जीवन सलाखों के पीछे गुजारना पड़ेगा। उन्हें 16 साल तक की सजा हो सकती है। 75 वर्षीय सेवानिवृत्त गोंजालेज 28 जुलाई के राष्ट्रपति चुनाव में प्रतिबंधित विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो के स्थान पर निकोलस मादुरो को चुनौती देने के लिए सहमत हुए थे।
राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर निकोलस मादुरौ की सत्ता में वापसी हुई। हालांकि, विपक्ष ने चुनावी धांधली के आरोप लगाए। ब्राजील, कोलंबिया, मैक्सिको सहित कई लैटिन अमेरिकी देशों ने चुनावी नतीजों को मानने से इनकार कर दिया। यूरोपीय संघ ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वेनेजुएला के ताकतवर व्यक्ति के पास राष्ट्रपति के रूप में कोई लोकतांत्रिक वैधता नहीं है।
राष्ट्रपति चुनाव के बाद देश में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ। आंदोलन को कुचलने के लिए सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया। रविवार को मानवाधिकार समूहों ने कहा कि सरकारी कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए कम से कम 86 किशोरों को रिहा कर दिया गया है, लेकिन आतंकवाद के आरोप लगाकर सैकड़ों लोगों को उच्च सुरक्षा वाली जेलों में ले जाया गया है। इनमें वकील पर्किन्स रोचा भी शामिल हैं।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद