

—मन्दिर में लगी चित्र प्रदर्शनी में भगवान के स्वरूपों को देखकर किया वेद मंत्र का उच्चारण
वाराणसी,21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में श्री संकट मोचन मंदिर में चल रहे छह दिवसीय वार्षिक संगीत समारोह के छठवें एवं अंतिम दिन सोमवार की शाम वेदपाठी बटुक देश के मूर्धन्य कलासाधकों के कला साधना से रूबरू हुए।
असि स्थित रामेश्वर मठ परिसर में संचालित स्वामीनाराणानन्द तीर्थ संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बटुक समारोह में शास्त्रीय संगीत सुन आह्लादित दिखे। इस दौरान काशी धर्मपीठ पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी नारायण मंदिर के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी, मठ के प्रबंधक के सानिध्य में बटुको नें मंदिर में लगी चित्र प्रदर्शनी में भगवान के विभिन्न स्वरूपों का देखा। बटुकों ने वेद मंत्रों का उच्चारण कर परिसर को पूरी तरह से भक्तिमय बना दिया। स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा की हनुमान जी की कृपा एवं अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र व डॉ विजय नाथ मिश्र के मार्गदर्शन में वेद पाठी बटुकों को देश के ख्यातिलब्ध शास्त्रीय संगीत साधकों की प्रस्तुति देखने का मौका मिला। मठ के प्रबंधक डॉ वरुणेश चंद दीक्षित ने कहा कि संकट मोचन मंदिर में शास्त्रीय संगीत धारा बह रही है। उसको देखने और सुनने का हम लोगों को भी मौका मिला । यह सब हनुमान जी की कृपा व मंदिर परिवार के स्नेह से ही संभव हुआ है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
