—कैंट थाने में उसके खिलाफ की गई विधिक कार्रवाई,फ्लैट का नामांतरण करने के लिए चार साल से दौड़ा रहा था
वाराणसी,19 नवम्बर (Udaipur Kiran) । जिले में एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को विकास प्राधिकरण (वीडीए) के एक कर्मचारी को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया। पकड़े गए कर्मचारी को कैंट थाने में लाया गया। जहां उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई।
पीड़ित अधिवक्ता शिवकुमार सिन्हा के अनुसार सिगरा स्थित शास्त्री नगर कॉलोनी में उनकी बुआ के नाम से एक फ्लैट है। वर्ष 2019 में उन्होंने फ्लैट का नामांतरण करने के लिए वीडीए में आवेदन किया था। फ्लैट का नामांतरण करने के लिए वे पिछले चार साल से वीडीए का चक्कर काट रहे थे। वीडीए कर्मी इस कार्य के लिए 50,000 रुपये की मांग कर रहे थे। इसी क्रम में मंगलवार को पहली किस्त के तहत 5000 रुपये दिया गया। पैसा लेते ही टीम ने रवि शंकर को दबोच लिया। कई बार वह अपने अन्य अधिवक्ता साथियों के साथ भी वीडीए गए लेकिन बिना रिश्वत के कर्मचारी फाइल बढ़ाने के बजाय दबा कर बैठा था। खुल कर घूस मांग रहा था। थक-हार मैंने एंटी करप्शन के अधिकारियों से शिकायत की। फिर योजना के अनुसार शिवकुमार सिन्हा वीडीए के संपत्ति विभाग के बाबू रविशंकर के टेबल पर पहुंचे। और उससे मामले की डील कर पहली किश्त पांच हजार रुपये देने की बात कही। कर्मचारी मान गया। इसके बाद अधिवक्ता को एंटी करप्शन की टीम ने केमिकल लगे पांच हजार रुपए दिए और मंगलवार को उसे लेकर वीडीए पहुंचे। जैसे ही शिवकुमार ने कर्मचारी को रुपये दिए टीम ने उसे दबोच लिया।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी