
जम्मू, 28 मई (Udaipur Kiran) । श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने आज जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भेंट कर राज्य में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार से जुड़े विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य में संस्कृत अकादमी की स्थापना का प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया। महंत शास्त्री ने उपराज्यपाल महोदय के समक्ष राज्य स्तरीय “संस्कृत अकादमी” की स्थापना की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि संस्कृत भाषा, जो भारत की सांस्कृतिक और वैदिक विरासत की आत्मा है, के संरक्षण, संवर्धन और शोध हेतु एक सुदृढ़ संस्थागत आधार की स्थापना समय की महती आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जम्मू-कश्मीर की पुण्य भूमि आदिकाल से ही संस्कृत भाषा, दर्शन, साहित्य और अध्यात्म का उन्नयन केंद्र रही है। आचार्य अभिनवगुप्त, कल्हण, क्षेमेन्द्र जैसे विश्वविख्यात मनीषियों ने इस पावन धरा से न केवल भारतीय चिंतन को समृद्ध किया, बल्कि वैश्विक बौद्धिक प्रवाह को भी दिशा प्रदान की है। आज भी राज्य के अनेक अंचलों में संस्कृत विद्वान, छात्र और संस्थाएं सक्रिय हैं, जिन्हें प्रोत्साहन, संसाधन और एक समर्पित मंच उपलब्ध कराकर अधिक प्रभावी रूप में जोड़ा जा सकता है।
महंत शास्त्री ने यह भी कहा कि प्रस्तावित संस्कृत अकादमी न केवल शिक्षकों, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को लाभान्वित करेगी, बल्कि आयुर्वेद, योग, ज्योतिष, दर्शन और पांडुलिपि संरक्षण जैसे पारंपरिक ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्रों में भी नवचेतना का संचार करेगी। यह अकादमी वैश्विक स्तर पर जम्मू-कश्मीर की वैदिक परंपरा को नई पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
