
बीकानेर, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । एक्सेस टू जस्टिस परियोजना के तहत बीकानेर जिले में बाल विवाह के खिलाफ धर्मगुरु मुहिम के तहत मस्जिदों, मंदिरों, गुरुद्वारों में धर्म गुरुओ के साथ मिलकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
अक्षय तृतीया पर राजस्थान महिला कल्याण मंडल शाखा बीकानेर के संस्था निदेशक राकेश कोशिक के मार्गदर्शन में जिला समन्वयक अमित कुमार की देखरेख में इस कड़ी में करणी माता मंदिर, वैष्णो धाम मंदिर, सीताराम मंदिर , संकट मोचन हनुमान मन्दिर,गुरुद्वारा श्री गुरु नानक दरबार लालगढ़, श्री गुरुद्वारा श्री सिंह सभा रानी बाजार , मदीना मस्जिद,मदरसा सुलेमानी रहमान व अन्य विभिन्न धार्मिक स्थलों पर धर्म गुरुओं द्वारा समाज को व सभी धर्म गुरुओं को यह संदेश दिया गया कि सभी धर्म मिलकर सांझा रूप से बाल विवाह मुक्त भारत का निर्माण करेंगे। सभी धर्म गुरुओं ने यह शपथ ली कि न तो बाल विवाह हमारे माध्यम से होगा और न ही हम किसी का बाल विवाह होने देंगे। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत हम सबसे पहले इस कड़ी में बीकानेर जिले को सर्वप्रथम बाल विवाह मुक्त बीकानेर बनाकर देश में अग्रणी रहेंगे। धार्मिक गुरुओं के तहत मौलवी मोहम्मद कासिम ,मौलाना जहीर हसन , गुरुद्वारा अध्यक्ष सुखदेव सिंह, प्रताप सिंह ,पंडित भवानी शंकर ,पंडित मनोज कुमार आदि धर्म गुरुओं ने समाज को बाल विवाह रोकथाम के लिए संदेश दिया।
जिला समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि संस्था राजस्थान महिला कल्याण मंडल द्वारा जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से संचालित एक्सेस टू जस्टिस परियोजना के तहत उनकी टीम रेड एंड रेस्क्यू कोऑर्डिनेटर बाबूलाल इनखिया, काउंसलर पिंकी जनागल, फील्ड कोऑर्डिनेटर अनसूइया चारण जिला प्रशासन व समाज के साथ मिलकर संयुक्त रूप से बीकानेर जिले को बाल विवाह के खात्मे के लिए प्रयासरत हैं।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
