वाराणसी, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । राणीसती मंगल कलश व ध्वज यात्रा में रविवार को मारवाड़ी समाज के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ मंगल कलश प्रभातफेरी निकाली। रामकटोरा स्थित राणीसती मन्दिर पहुंच कर दादी के चरणों में कलश व ध्वजा अर्पित किया। छठवें मंगल कलश यात्रा की शुरुआत मैदागिन गोलघर स्थित गोशाला से हुई। गोशाला से निकली शोभा यात्रा में दो सौ महिलाएं कलश लिए व सैकड़ों की संख्या में पुरुष ध्वजा लिए शामिल हुए। महिलाएं और बच्चे रास्ते भर नाचते गाते राणीसती मन्दिर प्रांगण में पहुंचे। रास्तें में कई जगह प्रभात फेरी पर पुष्प वर्षा हुई और आरती भी की गई।
राम कटोरा चौराहे पर गंगा आरती के अंदाज में मारवाड़ी समाज के लोगों ने महाआरती की। मंगल कलश यात्रा में शामिल सभी महिलाएं राजस्थानी वेशभूषा में और पुरुष कुर्ता पैजामा पहने हुए चल रहे थे। कलश यात्रा के दौरान ऐसा लग रहा था मानो पूरा राजस्थान बनारस में आ गया। उल्लेखनीय है कि राणी सती दादी मारवाड़ी व अग्रवाल समाज की कुलदेवी हैं। प्रभात फेरी में शामिल कृष्ण गोपाल तुलस्यान ने बताया कि 24 नवम्बर को दादी जी का जन्म दिन व शादी की साल गिरह है। सती मंगल दिन तीनों एक साथ बहुत धूमधाम से पूरा राजस्थान मनाता है। दादी का मुख्य मन्दिर राजस्थान के झुंझुनूं में है। जहां देश विदेश से भक्त आते हैं। राजस्थानी भाषा में इनको मोटी सेठानी भी कहते हैं। ये पूरा कार्यक्रम 13 दिन लगातार चलता है। हर दिन अलग-अलग ढंग से श्रृंगार होता है व मंगल पूजा पाठ होता है। उन्होंने बताया कि शाम को मंदिर में राणी सती की महाआरती होगी।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी