
—राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में काशी में किये जा रहे नवाचारों को अफसरों ने बताया
वाराणसी,10 मार्च (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कमिश्नरी सभागार में विविध नवीन कार्यों का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने दिव्यांग साथी पोर्टल का शुरूआत कर बताया कि जनपद में स्थित लगभग सभी दो हजार से अधिक ऑगनवाड़ी केंद्रों का सुदृढ़ीकरण पूरा हो जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने 600 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण भी सुनिश्चित किया।
जिले के मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि वाराणसी आंगनबाड़ी किट से संतृप्त होने वाला पहला जिला बन गया है। आईसीडीएस में वाराणसी लगातार प्रथम स्थान पर है। राज्यपाल की मौजूदगी में जिन नवीन कार्यों का शुभांरभ हुआ। उसमें आंगनबाड़ी किट वितरण,काशी दिव्यांग सारथी पोर्टल,सीएलएफ अकाउंटिंग सिस्टम,नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ एमओयू हस्तांतरण, संस्कार की पाठशाला – सेकंड इनिंग्स,गेल इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन रहा। इन योजनाओं की विस्तार से जानकारी अफसरों ने दी।
बताया कि अब तक जनपद में 1215 आंगनवाड़ी केन्द्रों को किट का वितरण किया जा चुका है। राज्यपाल के समक्ष माह सितम्बर 2024 में गेल इण्डिया के साथ 600 आंगनबाड़ी किटों का एमओयू हस्ताक्षरित हुआ था। जिसकी आपूर्ति अब हो चुकी है और आज उसका वितरण किया जा रहा है । इस वितरण के उपरांत जनपद के शासकीय भवनों में संचालित समस्त 3150 आंगनबाड़ी केंद्र संतृप्त हो जाएंगे। अफसरों ने बताया कि इस कार्य का परिणाम यह रहा है कि अब बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में पूरे समय तक रुकते हैं और पूरी रुचि के साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं। साथ ही पोषण नवाचार से बच्चों के कुपोषण में आशातीत कमी आयी है।
काशी दिव्यांग सारथी पोर्टल
इस पोर्टल के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है कि काशी में रहने वाले सभी दिव्यागजनों के जीवन से जुड़ी सभी सरकारी सेवाएं जैसे पेंशन, सर्टिफिकेट, सहायक उपकरण, प्रशिक्षण इत्यादि की आवश्यकता को एक ही पोर्टल के माध्यम से प्राप्त कराया जा सके। इस पोर्टल पर दिव्यांग जन स्वयं पंजीकरण कर सकेंगे और उनकी मदद के लिए ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत सहायक और नगरीय क्षेत्र में आंगनवाड़ी वर्कर भी इस पोर्टल का उपयोग कर सकेंगे।
सीएलएफ अकाउंटिंग सिस्टम
जनपद में 11,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह 32 सीएलएफ से जुड़े हैं, जिनके द्वारा आपस में लेनदेन अब तक पेपर से किया जाता था । इन समूहों के खातों को एक व्यवस्थित रूप देने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है जिससे सभी सीएलएफ के द्वारा व्यवस्थित रूप से अपने खातों को रखा जाए।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ एमओयू हस्तांतरण
वित्तीय प्रबंधन संस्थागत एवं व्यक्तिगत विकास के लिए अनिवार्य आवश्यकता है। आज का युवा वित्तीय निवेश के उद्देश्य से शेयर मार्केट में हाथ आजमाता है लेकिन सही जानकारी न होने के कारण नुकसान भी उठाना पड जाता है। युवाओं की इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द् के माध्यम से वाराणसी के सभी महाविद्यालयों, पॉलीटेक्निक, विश्वविद्यालयों में ट्रेडिंग, कैपिटल मार्केट, शेयर मार्केट इत्यादि विषयों पर सर्टिफिकेट कोर्स कराए जाएंगे। अच्छा रिजल्ट देने वाले छात्रों को ब्रोकर, कैपिटल मार्केट ट्रेडर के रूप में प्रशिक्षण देकर विकसित किया जाएगा ।
संस्कार की पाठशाला – सेकंड इनिंग्स
इस कार्यक्रम से काशी में ये प्रयास किया जा रहा है कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ एक रिटायर्ड सीनियर सिटीजन को जोड़ा जाए । ताकि आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को उनसे संस्कार सीखने को मिलें और साथ ही साथ सीनियर सिटीजन, रिटायरमेंट के बाद भी खुद को जन सेवा के कार्यों में लगा सकें और उनका मन लगा रहे । अब तक इस कार्यक्रम से 1000 वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ा जा चुका है।
गेल इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन
वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग के जीर्ण शीर्ण एएनम सेंटरों के जीर्णोद्धार, प्राइमरी स्कूलों में सोलर पैनल्स की स्थापना, आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण, स्कूलों में कंप्यूटर लैब की स्थापना के लिए 9 करोड़ का एमओयू किया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
