
लखनऊ, 31 मई (Udaipur Kiran) । मैनपुरी में भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष के बेटे के 130 से अधिक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने की घटना न केवल बेहद शर्मनाक है, बल्कि भाजपा के चरित्र और महिला सुरक्षा के झूठे दावों की पोल खोलती है। इस पूरे मामले में सबसे शर्मनाक बात यह है कि आरोपी भाजपा नेत्री अब तक मीडिया और पुलिस के सवालों से बच रही हैं और फोन तक नहीं उठा रहीं। यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा इस घिनौने अपराध को दबाने में जुटी है। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश इस मुद्दे पर भाजपा की चुप्पी की कड़ी निंदा करती है। यह बातें शनिवार को यूपी आआपा के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने प्रेसवार्ता के दौरान कही।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक महीने से लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के कुकर्म जनता के सामने आ रहे हैं। लेकिन शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी लगातार बनी हुई है। बीजेपी में बेटी बचाओ का नारा अब बदल चुका है और अब वो नारा हो गया है बेटा बचाओ, वीडियो बनाओ और महिलाओं को धमकाओ।
आप नेता वंशराज दुबे ने कहा कि जिस तरह से बेंगलुरु के नेता प्रज्वल रमन्ना के 2000 से ज्यादा वीडियो जनता के सामना आए थे। जब यह मामला जनता के सामने आया, तो उसको देश छोड़कर बाहर जाना पड़ा, ऐसे मामलों की एक बड़ी बहुत बड़ी लिस्ट है।
बलिया में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बब्बन सिंह का अश्लील वीडियो वायरल हुआ और जब बहुत ज्यादा थू-थू होने लगी, तो एक नोटिस देकर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। गोंडा जिला अध्यक्ष का वीडियो कैसे वायरल हो रहा है, सभी ने देखा।
यूपी को छोड़ दीजिए, मध्य प्रदेश के मंदसौर का वह दृश्य जब भारतीय जनता पार्टी का एक नेता नेशनल हाईवे पर अश्लीलता करते पाया गया। सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि जब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की चुप्पी होती है, तो यह सब पता चलता है कि इनका उनको संरक्षण है।
वंशराज दुबे ने कहा कि अयोध्या और बीएचयू में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर की पर्ची पर बाहर से दवाईयां मांगने का आरोप लगाया।
अवध प्रान्त अध्यक्ष विनय पटेल ने हमलावार होते हुए कहा कि सीतापुर के चौंका बेहेमा गांव में जल जीवन मिशन के तहत 5.31 करोड़ रुपये की लागत से बनी पानी की टंकी का ढह जाने को भ्रष्टाचार और लापरवाही की मिसाल बताया। उन्होंने आगे कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार-प्रेरित नीतियों का परिणाम है।
विनय ने कहा कि प्रदेश में ‘हर घर जल’ योजना अब ‘हर घर छल’ बन चुकी है। जनता के पैसे से बने ढांचे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा
