

रांची, 05 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जहां जहां देश में इंडी गठबंधन की सरकारें हैं, वहां पाकिस्तानियों को चिन्हित कर उन्हें उनके देश भेजने के लिए राज्य सरकार तत्परता नहीं दिखा रही। ऐसा लगता है उन पर तुष्टीकरण का भूत सवार है।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने झारखंड के सभी जिलों में उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर राज्य में रह रहे पाकिस्तानियों को चिन्हित कर अविलंब वापस पाकिस्तान भेजने की मांग की है। भारत सरकार ने पहलगाम आतंकवादी घटना के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के 14 प्रकार के वीजा को रद्द करते हुए अटारी बॉर्डर को इसी कार्य के लिए खोल रखा है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी घटना पर कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। इतना ही नहीं कांग्रेस नेताओं के सुर रोज बदल रहे हैं। भारत सरकार की ओर से आयोजित सर्वदलीय बैठक में वे मोदी सरकार के निर्णयों के साथ आतंकवाद और पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई का समर्थन करते हैं, जबकि कई वरिष्ठ नेता केंद्र सरकार और सेना की कारवाई पर सवाल भी खड़ा करने लगते हैं, जो इनकी पुरानी आदत है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी का बयान इसी से मिलता जुलता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने तो सेना और भारत की सैन्य शक्ति का मजाक उड़ा दिया। राफेल जैसे उच्च कोटि के लड़ाकू विमान को खिलौना बताया, जिसका हाईवे पर विगत दिनों प्रदर्शन कर सेना ने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने राफेल पर स्वास्तिक बनाकर पूजा करने का भी मजाक उड़ाया। यह कांग्रेस का पुराना सनातन विरोधी चरित्र है।
भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पहलगाम में धर्म पूछकर 26 लोगों की हत्या की गई। लेकिन सवाल पूछ कर कांग्रेस इन शहीदों को अपमानित करने में पीछे नहीं रही। पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। ये वही कांग्रेस है जिसने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की, 370 लगाकर राष्ट्र की एकता अखंडता पर चोट की, देश का विभाजन स्वीकार किया। बाबा साहब अम्बेडकर को भारत रत्न से वंचित रखा, मंडल कमीशन को ठंडे बस्ते में डाल दिया, आरक्षण खत्म करने की बात की, धर्म आधारित आरक्षण का समर्थन किया। आज वही कांग्रेस संविधान बचाने की बात कर रही है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश विभाजन स्वीकार करने के लिए माफी मांगे, करोड़ों लोगों के नरसंहार के लिए मांगें, देश में आपातकाल लगाने के लिए मांगे, आरक्षण समाप्त करने की सोच के लिए मांगे, तुष्टीकरण के लिए मांगे, राम के अस्तित्व को नकारने के लिए मांगे, देश में चुनी हुई राज्य सरकारों को गिरा कर राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए मांगे। संवैधानिक संस्थाओं के अपमान के लिए माफी मांगे, कैबिनेट के फैसले को फाड़ने के लिए मांगे। प्रेसवार्ता में प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह,प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
