– अधिक कमाने के लालच में जॉब दिलाने के लिए फर्जी कॉल सेंटर भी चलाता था
– त्यौहारी सीजन में अत्यधिक मात्रा में बाजार में नकली नोट चलाने की थी तैयारी
– उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद का रहने वाला है आरोपित, कार जब्त, नोटों की गड्डी बरामद
देहरादून, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सावधान! त्यौहारी सीजन में कहीं आप भी न हो जाए नकली नोटों के शिकार। उत्तराखंड एसटीएफ ने शनिवार को नकली नोटों के एक सौदागर को पटेलनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। ये आरोपित रेस्टोरेंट की आड़ में नकली नोटों का कारोबार करता था और जॉब दिलाने के लिए फर्जी कॉल सेंटर भी चलाता था। रेस्टोरेंट में हुए घाटे की पूर्ति और अधिक कमाने की लालच में आरोपित यह काम करता था। आरोपित उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का रहने वाला है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि सूचना मिली रही थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति देहरादून में नकली नोट छापकर बाजार में असली के रूप में चला रहे हैं, जो त्यौहार होने के कारण अत्यधिक मात्रा में बाजार में खपत किए जा सकते हैं। एसटीएफ टीम ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि परमित नामक एक व्यक्ति जो आईएसबीटी के पास मूलचंद एनक्लेव में रहता है, वह नकली नोट अपने घर पर ही छापकर बाजार में असली के रूप में चला रहा है। एसटीएफ टीम ने लगातार उस पर निगरानी रखी। निगरानी से यह भी पता चला कि यह व्यक्ति कैनाल रोड पर अपना रेस्टोरेंट चलाता है। इसकी आड़ में बाजार में नकली नोटों की खपत की जा रही थी। एसटीएफ टीम ने शनिवार को चेकिंग के दौरान काले रंग की क्रेटा कार से परमित कुमार पुत्र रणवीर सिंह निवासी ग्राम कुडी खरखोदा थाना खरखोदा जिला मेरठ उत्तर प्रदेश हाल पता मूलचंद एनक्लेव थाना पटेल नगर देहरादून को पकड़ा और उसकी तलाशी ली तो पांच-पांच सौ रुपये की दो गड्डी मिली। कुल 160 नोट 80 हजार रुपये थे। पकड़े गए परमित के कब्जे से नकली नोट बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाले लैपटॉप, प्रिंटर, बिना कटिंग के अर्द्धनिर्मित 14 हजार रुपये पांच-पांच सौ के नोट व अन्य सामग्री बरामद हुई है। अभियुक्त के बारे में अन्य जानकारी की जा रही है।
देहरादून में चलाता है रेस्टोरेंट व फर्जी कॉल सेंटर
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि उसका कैनाल रोड पर अन्नपूर्णा नाम का रेस्टोरेंट है, जहां से वह सामान आदि के नाम पर नकली नोटों को अपने ग्राहकों से बदल लेता है। बाजार से सामान क्रय करने में नकली नोटों का प्रयोग करता है। वह अपने किराए के फ्लैट में प्रिंटर-लैपटाप की सहायता से नकली नोट छापता है। रेस्टोरेंट में हुए घाटे की पूर्ति तथा त्यौहार को देखते हुए उसने नकली नोट छापे है। यही नहीं, अधिक कमाई के लिए उसने मल्टी टास्क जॉब्स नाम से अपने फलैट में ही एक कॉल सेंटर खोल रखी है जिसको वह अकेला चलाता है। इसके लिए बकायदा विजिंटिंग कार्ड छपवाया है। भिन्न-भिन्न वेबसाइट से बेरोजगर युवक-युवतियों के फोन नंबर देखकर उन्हें कॉल करके नौकरी लगाने का झांसा देकर प्रत्येक से 1500 से 2000 रुपये ठगी करता था।
उत्तर प्रदेश में दर्ज है फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मुकदमा, एसटीएफ कर रही जांच
इस मामले में एसटीएफ गहनता से जांच कर रही है कि अब तक उसने कितनी मात्रा में नकली नोटों की खपत की है और किन-किन लोगों के साथ ठगी की है। अभियुक्त के विरूद्ध वर्ष 2022 में थाना सेक्टर पांच नोयडा उत्तर प्रदेश में फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मुकदमा दर्ज है। शेष जानकारी की जा रही है।
500 के 160 नकली नोट व बिना कटिंग के 28 नोट समेत अन्य सामग्री बरामद
एसटीएफ ने आरोपित के पास से भारतीय मुद्रा के 500 के 160 नकली नोट कुल 80 हजार रुपये, 500 के 28 बिना कटिंग के नकली नोट कुल 14 हजार रुपये, क्रेटा कार (यूपी 16 डीए 0927), मोबाइल फोन, रबड़ मोहर, विजिटिंग कार्ड, लैपटाप, प्रिंटर, रिम कागज व कटिंग साम्रगी बरामद किए हैं।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण