गोरखपुर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कभी अत्यधिक गर्मी तो कभी अतिवृष्टि और कभी असमय बाढ़ भविष्य के प्रति आगाह करने वाली तथा ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी है। इस चेतावनी का संज्ञान लेकर हम धरती माता को फिर से हरा-भरा बनाने के संकल्प को पूरा करने में जुटे हैं। इस संकल्प की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सरकार ने व्यापक जनसहभागिता से उत्तर प्रदेश म ेंएक दिन में 36.50 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य हासिल कर नया कीर्तिमान रचा है। मुख्यमंत्री ने इस नए रिकॉर्ड के लिए सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री योगी शनिवार शाम प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ को समर्पित ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ वृक्षारोपण जन अभियान-2024’ के अंतर्गत शनिवार शाम शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) में पारिजात पौध का रोपण करने के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण में आ रहे परिवर्तन की चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष की गर्मी लोगों को लंबे समय तक याद रहेगी। अमूमन गोरखपुर और आसपास के जिलों में 42-43 डिग्री तापमान रहता था लेकिन इस वर्ष तापमान 46-47 डिग्री तक पहुंच गया। अत्यधिक गर्मी, भीषण लू, अतिवृष्टि, असमय बाढ़, कभी सूखा पड़ जाना, ये सभी ग्लोबल वार्मिंग की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हैं। गत वर्ष अक्टूबर में बाढ़ आई जबकि पहले अधिकतम 15 सितंबर तक बाढ़ आती थी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी जुलाई के प्रथम सप्ताह में बाढ़ नहीं आती थी। पर, इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में बाढ़ आई और इससे प्रदेश के 24 जिले प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि मौसम में यह बदलाव भविष्य के प्रति आगाह करने वाला है। हमें समय रहते सुधार करना होगा अन्यथा प्रकृति अपने हिसाब से सुधार करेगी। प्रकृति की इस चेतावनी का संज्ञान लेकर आज पूरे प्रदेश में जनता जनार्दन की सहभागिता से रिकॉर्ड पौधरोपण किया गया है। पीएम मोदी के आह्वान पर एक पेड़ मां के नाम का अनुसरण करते हुए प्रदेश में हर व्यक्ति, संस्था, विभाग इस पवित्र कार्य से जुड़े हैं। राज्य में एक व्यक्ति की तरफ से मां के नाम तीन-तीन पेड़ लगाए गए हैं। हर तरफ एक ही आह्वान नजर आया, पेड़ लगाना है, पेड़ बचाना है और पर्यावरण को बचाना है।
सात वर्ष में 168 करोड़ पौधरोपण का कीर्तिमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत सात वर्ष में प्रदेश में 168 करोड़ पौधरोपण कर कीर्तिमान रचा गया है। इनमें से 75-80 प्रतिशत पेड़ सुरक्षित भी हैं। कहीं नक्षत्र वाटिका बनाई गई है तो कहीं नवग्रह वाटिका और हरिशंकरी वाटिका। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पौधों की कमी नहीं है। वन व उद्यान विभाग तथा निजी नर्सरियों के पास 50 करोड़ पौधे थे। इनमें से 36.50 करोड़ का इस्तेमाल आज के अभियान में हुआ है और शेष पौधों का भी क्रमिक रोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब वैश्विक संस्थाएं भी उत्तर प्रदेश में पौधरोपण को मान्यता दे रही हैं। उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण को क्षति हो रही है। उसके बचाव के लिए किसानों ने पेड़ लगाने के साथ ही कार्बन क्रेडिट अभियान के साथ अपना पंजीकरण कराया। सरकार के प्रयास से उत्तर प्रदेश के 25 हजार किसानों को कार्बन क्रेडिट के लिए 200 करोड़ का अनुदान प्राप्त हो रहा है।
(Udaipur Kiran) / Prince Pandey / शरद चंद्र बाजपेयी / आकाश कुमार राय