यमुनानगर, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । कस्बा बिलासपुर से लेकर गांव रामखेड़ी तक जाने वाली निर्माणाधीन सड़क पर घटिया सामग्री के प्रयोग को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया और उन्होंने चलते काम को वही रुकवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क पर तारकोल ना डालने और घटिया काम करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए और सड़क को दोबारा बनाया जाए।
मंगलवार को अधिक जानकारी देते हुए इस मौके पर रामखेड़ी गांव के ग्रामीणों ने कहा कि इस सड़क को बनाते हुए गुणवत्ता का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा गया। सड़क पर ना ही सही मात्रा में तारकोल डाली गई है। बजरी पूरी तरह से सड़क के ऊपर फैली हुई है। गांव में आने वाले बच्चों की स्कूल बसें व अन्य वाहनों के फिसलने से लोग दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा यह सड़क कुछ ही समय में इस्तेमाल करते ही पूरी तरह से टूट जाएगी। इसमें सरासर विभाग की लापरवाही है और ठेकेदारी की मिली भगत है।
उन्होंने कहा कि इस सड़क का काम हम रोक देंगे और जब तक विभाग सही गुणवत्ता के आधार पर सड़क नहीं बनाता तब तक काम नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि इस सड़क का काम रात के समय बिना किसी विभाग के अधिकारी की देखरेख में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सड़क का निर्माण गुणवत्ता के अनुसार नहीं किया गया और उसकी गारंटी नहीं दी गई तो हम सड़क का निर्माण नहीं होने देंगे।
इस मौके पर विभाग के उपमंडल अधिकारी कर्मवीर ने बताया कि सर्दी के मौसम में तारकोल की पकड़ बजरी पर कम हो जाती है। हमने ठंड के मौसम के चलते सभी सड़कों के निर्माण के काम रोक दिए है और इस सड़क को दोबारा बनवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें ठेकेदार की लापरवाही अगर सामने आती है तो उसके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग