हिसार, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सौजन्य से आयोजित ‘रोल ऑफ रोड सेफ्टी इंटरवेंशंस फॉर यूजर्स इन दा प्रेजेंट सिनेरियो’ विषय पर दो दिवसीय दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हो गई। दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. सौरभ समापन सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता सिविल इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्षा प्रो. आशा गुप्ता ने की। इस अवसर पर कार्यशाला के समन्वयक गुजविप्रौवि के ट्रैफिक इंटरप्रिटेशन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. नवदीप मोर भी उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता डॉ. सौरभ ने अपने सम्बोधन में ट्रैफिक वॉल्यूम अध्ययन और सभी ट्रैफिक साइन और सिग्नल से शुरुआत करते हुए विभिन्न सड़क सुरक्षा प्रथाओं पर चर्चा की। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं के गंभीर मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि चाहे सुरक्षित सड़क मार्ग डिजाइन करना हो, उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली लागू करना हो या सभी सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाली नीतियों को बढ़ावा देना हो, हमारे काम में जीवन बचाने और सुरक्षित वातावरण बनाने की शक्ति है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि कार्यशाला से प्राप्त कौशल और ज्ञान का सुरक्षित तथा स्मार्ट बुनियादी यातायात सुरक्षा ढांचा करने में उपयोग करें। चौराहों में सुधार करना, साइनेज बढ़ाना तथा स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन को एकीकृत करना सड़क सुरक्षा के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
विभाग के शिक्षक नवीन कुमार द्वारा तीसरे सत्र में ट्रैफिक सिग्नल और साइन पर चर्चा की गई। अंतिम सत्र में गुजविप्रौवि के शिक्षक एवं नोडल अधिकारी डॉ. नवदीप मोर ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) द्वारा की गई विभिन्न सड़क सुरक्षा पहलों पर प्रकाश डाला तथा बताया कि सड़क परिवहन से संबंधित नियमों, विनियमों और कानूनों के निर्माण और प्रशासन के लिए शीर्ष निकाय हैं।
विभागाध्यक्षा प्रो. आशा गुप्ता ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यशाला प्रतिभागियों के लिए अत्यंत उपयोगी रही। इस कार्यशाला को विभाग की एक उपलब्धि कहा जा सकता है। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकों द्वारा एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ-साथ विशेषज्ञों की भी भागीदारी व प्रतिक्रिया रही। डॉ. नवदीप मोर ने सभी का धन्यवाद किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर