दमिश्क, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सीरिया में गृहयुद्ध थमने के बाद पहली बार वाशिंगटन और दमिश्क के संबंधों में बदलाव का संकेत मिला है। संयुक्त राज्य अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक के जल्द ही सीरिया पहुंचने की उम्मीद है। उनकी सीरिया के अधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम है।
अरबी न्यूज वेबसाइट ‘963+’ की खबर के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने आज घोषणा की कि 13 साल के गृह युद्ध के बाद मध्य पूर्वी मामलों की सहायक सचिव बारबरा लीफ प्रतिनिधिमंडल के साथ जल्द ही सीरिया का दौरा करेंगी। प्रतिनिधिमंडल की आतंकवादी संगठन के रूप में वर्गीकृत हयात तहरीर अल-शाम के प्रतिनिधियों और नागरिक समाज के प्रतिनिधयों से मुलाकत होगी। सीरिया पर नियंत्रण करने वाले हयात तहरीर अल-शाम के नेता सीरिया के भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण से अमेरिकी राजनयिक को अवगत कराएंगे।
कमांडर की दुनिया से आर्थिक प्रतिबंध हटाने की गुहार
‘963+’ की खबर के अनुसार, सीरिया में सैन्य अभियानों के कमांडर अहमद अल-शरा उर्फ अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने कहा कि सीरिया युद्ध से थक चुका है। वह अपने पड़ोसियों या पश्चिम के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करेगा। उन्होंने दुनिया से गुहार लगाई है कि सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा ले। आर्थिक विश्लेषकों के अनुसार, अगर आर्थिक प्रतिबंध नहीं हटाए जाते तो सीरिया का पुनर्निर्माण असंभव है। बशर अल-असद के शासन के पतन के बाद सीरिया के सामने यही सबसे बड़ी चुनौती है। फ्रांस में रहने वाले आर्थिक विश्लेषक यूसुफ लाहलाली का कहना है कि आर्थिक प्रतिबंधों का जारी रहना सीरियाई अर्थव्यवस्था को शुरू करने और पुनर्निर्माण कार्यों को शुरू करने में एक बड़ी बाधा है।
इराकी दूतावास के कर्मचारी लेबनान से दमिश्क लौटे
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने गुरुवार शाम घोषणा की इराकी दूतावास के कर्मचारी लेबनान से दमिश्क लौट गए हैं। दूतावास ने काम करना शुरू कर दिया है। सुदानी ने कहा कि बशर अल-असद के शासन के पतन के बाद दूतावास के कर्मचारी सड़क मार्ग से लेबनान चले गए थे।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद