मंगलवार को 150 लोगों ने जमा कराए कागजात, 53 लोगों ने दूर की आपत्तियां
कैथल, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कैथल के जाट शिक्षण संस्थान की सोसायटी में 330 वोट काटे जाने का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। नाराज लोग संस्थान में पहुंचे और प्रबंधन पर अनियमितताएं बताने का आरोप लगाया। जिन लोगों के वोटों पर आपत्तियां दर्ज की गई है। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर डीसी को ज्ञापन दिया। जिन लोगों की वोट पर आपत्ति की गई है। उन्हें अब अपने कागज जमा करवाने के लिए शुक्रवार तक का समय दिया गया है। इसके बाद किसी भी समय जाट शिक्षण संस्थान के चुनाव की घोषणा की जा सकती है। साेमवार काे जिन लोगों की वोट पर आपत्ति दर्ज की, उनमें से 150 लोगों ने अपने कागजात जमा करवाए। मंगलवार सुबह जाट समाज के लोग संस्थान में पहुंचे और वोट काटने पर हंगामा शुरू कर दिया।
इस दौरान उन्हें प्रशासक एडीसी नहीं मिले। लोगों को वहां रजिस्टर कार्यालय की तरफ से पहुंचा एक कर्मचारी मिल गया। जिसको उन्होंने घेर लिया। विरोध होता देख रजिस्टर कार्यालय का कर्मचारी वापस लौट गया। इसके बाद लोगों ने संस्थान के कार्यालय को ताला लगाने की बात कही, लेकिन आपसी सलाह से उन्होंने ताला लगाने की बात को टाल दिया। इसके बाद समाज के लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मिलकर ज्ञापन सौंपा। जयभगवान गुहणा, पूर्व सरंपच इंद्र नौच, किसान नेता महाबीर चहल नरड़, राकेश नैन, दलबीर, गुहणा के पूर्व सरपंच प्रताप सिंह, कुलदीप ने बताया कि उनकी समस्या को जिला प्रशासन की ओर से नहीं सुना जा रहा है। पहले तो एडीसी एडहॉक कमेटी के कार्यालय में दोपहर 12 बजे पहुंचने का आश्वासन दिया था। परंतु वे नहीं पहुंचे। इसके बाद जिला रजिस्टार कार्यालय से एक कर्मी को भेज दिया गया। जबकि यह समस्या वह कर्मी नहीं, बल्कि एडीसी ही हल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि समाज के काफी लोग पिछले दो दिन से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस पर कोई भी संबंधित अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। संस्था के प्रशासक एवं एडीसी दीपक बाबू लाल कारवा ने बताया कि मंगलवार को 150 लोगों ने आपत्तियां दूर करने के लिए मांगे गए दस्तावेज जमा करवाए। इसमें से 53 लोगों के दस्तावेज सही मिले। इनका वोट बना दिया गया। शुक्रवार तक जो लोग आपत्तियां दूर करने के लिए दस्तावेज जमा करवा देंगे। उनके दस्तावेज सही पाने पर उनकी वोट बना दी जाएगी। प्रशासन के आदेशों पर अब संस्था के चुनाव करवाने की प्रक्रिया कभी भी शुरू हो सकती है
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(Udaipur Kiran) / नरेश कुमार भारद्वाज