
जयपुर, 3 मार्च (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा में सोमवार को आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश होने पर भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया और वेल में आकर नारेबाजी की, इसके बाद उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया।
सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने आरोप लगाया कि सुभाष गर्ग ने 24 फरवरी को विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भरतपुर के लोहागढ़ में रहने वालों को नोटिस देने के मामले को उठाकर गलत तथ्य प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि इससे विधानसभा का समय जाया हुआ और यह विशेषाधिकारों का हनन है। उनका कहना था कि इस मुद्दे की आड़ में कोई साजिश भी हो सकती है और लोगों में डर पैदा किया गया।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि यदि विधायकों द्वारा उठाए गए मामलों पर इस तरह प्रस्ताव लाया जाएगा तो भविष्य में कोई भी विधायक अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाने से बचेगा। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। कांग्रेस विधायकों रोहित बोहरा, हरिमोहन शर्मा और उपनेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा ने भी इस प्रस्ताव का विरोध किया।
भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि यदि लोहागढ़ किले में रहने वालों को वाकई में नोटिस दिए गए हैं, तो इसके सबूत पेश किए जाने चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि कहीं लोगों को डराकर उनकी संपत्ति सस्ते में खरीदने की साजिश तो नहीं हो रही। उन्होंने सवाल किया कि क्या विधायक भूमाफियाओं के प्रभाव में तो नहीं आ गए हैं। इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और सदन में हंगामा हुआ।
भारी विरोध के बावजूद, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने निर्णय लिया कि यह मामला विधानसभा की विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समिति इस पर निष्पक्ष जांच करेगी और सभी पक्षों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।
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(Udaipur Kiran)
