-वडनगर को मिली विभिन्न विकास कार्यों की भेंट, राज्यव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान 2025 का प्रारंभ
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मभूमि व ऐतिहासिक वडनगर बना विकास एवं विरासत के समन्वय का नगर
वडनगर, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को वडनगर को विभिन्न विकास कार्यों की भेंट दी। इस अवसर पर शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अपनी जन्मभूमि वडनगर के साथ नाते का उल्लेख करते हुए कहा कि वडनगर की संतान एवं वैश्विक नेता नरेन्द्र मोदी ने बचपन में जिस गरीबी का अनुभव किया था, उस गरीबी को करुणा भाव में बदल कर देश के करोड़ों गरीबों, बच्चों, महिलाओं, किसानों, आदिवासियों व सुदूरवर्ती मानव के उत्कर्ष का प्रेरणा बल बनाया है।
अमित शाह ने कहा कि पूरा विश्व जिन्हें नेता के रूप में स्वीकार करता है; ऐसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मभूमि वडनगर को वैश्विक मानचित्र पर उकेरने वाला आज का कार्यक्रम है। वडनगर की अक्षुण्णता व जीवंतता ने देश की संस्कृति को प्रभावित करने का कार्य किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री की गुजरात के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री के रूप में जनहितकारी तथा विकासोन्मुखी कार्य श्रृंखला का वर्णन करते हुए कहा कि वडनगर में पले-बढ़े नरेन्द्र मोदी के जीवन कार्यों का एक भाषण में शब्दों की मर्यादा में वर्णन करना कठिन है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस अवसर पर पुरातन नगरी वडनगर की पुरातत्वीय विरासत को उजागर करने वाले आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियेंसल म्यूजियम, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की थी; उस नवनिर्मित प्रेरणा स्कूल तथा अत्याधुनिक स्पोर्ट्स परिसर का लोकार्पण किया।
शाह ने इस अवसर पर हेरिटेज प्रेसिडेंट डेवलपमेंट तथा ब्यूटीफिकेशन के कार्यों का निरीक्षण किया तथा राज्यव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान 2025 का प्रारंभ कराया। इसके बाद उन्होंने वडनगर में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश से पंच-प्रण का संकल्प करवाया है। इनमें एक प्रण मे विरासत पर गर्व करने को कहा गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विरासत की नींव पर विकास की इमारत बनाने का कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने गुजरात की गांधी, सरदार पटेल तथा स्वामी दयानंद सरस्वती की विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। शाह ने वडनगर की विरासत के विषय में कहा कि वडनगर हिन्दू, बौद्ध व जैन; तीन-तीन धर्मों की तपोभूमि एवं उपासना का केन्द्र रहा है। जैन आगम ग्रंथ कल्पसूत्र का जनता के लिए पहली बार पठन वडनगर में हुआ था। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी सातवीं शताब्दी के वडनगर का वर्णन किया है। उन्होंने नवनिर्मित म्यूजियम के संदर्भ में कहा कि इतिहास व पुरातत्वीय विरासत को एक साथ निहारने की सुविधा देने वाला पुरातत्व अनुभव संग्रहालय विश्व में और कहीं नहीं है। वडनगर का म्यूजियम वडनगर की केवल पुरातन संस्कृति को ही नहीं; बल्कि वडनगर के व्यापार, नगर रचना, शिक्षा एवं शासन व्यवस्था के योगदान को भी उजागर करता है। इस म्यूजियम ने वडनगर की ढाई हजार वर्षों की यात्रा को जीवंत करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रेरणा स्कूल में देशभर से आए बच्चे पढ़ेंगे और राष्ट्र सेवा की प्रेरणा प्राप्त करेंगे। वडनगर आगामी समय में अभ्यास, उत्सुकता एवं ज्ञानवर्द्धन का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि वडनगर में अत्याधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी भारत करे। शाह ने आशा व्यक्त की कि इस संकल्प की पूर्ति में यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खिलाड़ी तैयार करके योगदान देगा। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2027 में विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनेगा। जब स्वतंत्रता प्राप्ति की शताब्दी मनाई जाएगी, तब भारत हम सभी के प्रयासों के फलस्वरूप विश्व का सर्वश्रेष्ठ देश बनेगा और प्रत्येक क्षेत्र में अग्रिम राष्ट्र के रूप में उभर कर आएगा।
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रासंगिक संबोधन में कहा कि भारत में जीवंत पुरातत्वीय शहर केवल 4-5 हैं और वडनगर उनमें से एक है। नरेन्द्र मोदी ने जिस विद्यालय में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी, उस विद्यालय में प्रेरणा प्रोजेक्ट अंतर्गत शिक्षा के अनेक आयाम प्रारंभ किए जाएंगे। यहाँ देशभर से 840 विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए लाया जाएगा, जो मानव सभ्यता की प्रतीक समान स्थानीय व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि 2500 से अधिक वर्षों की सांस्कृतिक विरासत के साथ अनंत अनादि वडनगर की आधुनिक यात्रा विरासतों के गौरव समान है। बहुचराजी, अंबाजी, तारंगा जैसी उत्तर गुजरात की पर्यटन विविधताओं में वडनगर जुड़ा है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री ने साथ ही आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम का उल्लेख करते हुए कहा कि आज लोकार्पित म्यूजियम द्वारा वडनगर की विरासत को अत्याधुनिक स्वरूप में लोगों के समक्ष रखा जाएगा। इसमें टेक्नोलॉजी का बखूबी उपयोग किया गया है, जिससे पर्यटक वडनगर की गलियों में घूम रहे होने का जीवंत अनुभव कर सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वडनगर रेलवे स्टेशन का विकास, शर्मिष्ठा तालाब का नवीनीकरण, वडनगर के मकानों व गलियों को हेरिटेज टच, ट्रैफिक मैनेजमेंट तथा ब्यूटीफिकेशन के लिए भी राशि मंजूर की गई है।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय