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(अपडेट) रामगढ़ में ट्रक ने चार बच्चियों को रौंदा, तीन की मौत, एक घायल

घटनास्थल पर लगी भीड़
शव के साथ परिजन

मुर्रामकला में पसरा मातम, तीन बच्चियों की लाश देख फट गया कलेजा

रामगढ़, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नवरात्रि के समय हर जगह मां दुर्गा की आराधना की जा रही है। नारी शक्ति का इससे बड़ा पर्व नहीं मनाया जाता है। ऐसे महापर्व में गुरुवार को सड़क हादसे में तीन कन्याओं की जान चली गई। इस हादसे के बाद रामगढ़ थाना क्षेत्र के मुर्रामकला गांव में मातम पसर गया है। तीन छोटी बच्चियों की लाश देख हर किसी का कलेजा फट गया। लोगों की जुबान ऐसी बंधी की ढांढस बंधाने के लिए भी शब्द नहीं मिले।

मुर्रामकला बस्ती के बालेश्वर महतो के पुत्री ममता कुमारी (15 ) , सुखलाल महतो की पुत्री मनीषा कुमारी (14)और संतोषी देवी की पुत्री प्रतिमा कुमारी (12) की सड़क हादसे में जान चली गई। इस हादसे में विनोद महतो की 10 साल की पुत्री नैना कुमारी बाल बाल बची है। हालांकि उसका इलाज चिकित्सक कर रहे हैं और वह खतरे से बाहर है।

अनियंत्रित ट्रक ने बरपाया कहर, जान बचाने का नहीं मिला मौका

राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर स्थित मुर्रामकला बस्ती में एक अनियंत्रित ट्रक ने कहर बारपाया है। जानकारी के अनुसार रांची की ओर से हजारीबाग की तरफ जा रहे चावल लदे ट्रक (यूपी 44 एटी 2365) का चुटूपालू घाटी में ब्रेक फेल हो गया। घाटी से उतरने के बाद अनियंत्रित ट्रक मौत बनकर सड़क पर चल रही थी। सड़क के किनारे खड़ी कई गाड़ियों को उस ट्रक ने टक्कर मारी और फोरलेन से उतरकर लिंक रोड में घुस गया। इधर गांव की चार बच्चियां मनीषा, प्रतिमा, ममता और नैना देवी पूजन के लिए घर से निकली थीं । सड़क के किनारे वह गाड़ियों के पार होने का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान उन लोगों ने इस अनियंत्रित ट्रक को देखा। उन बच्चियों ने सड़क से भागने की भी कोशिश की, लेकिन पलक झपकते ही चावल लदा ट्रक उन बच्चियों पर पलट गया।

मौके पर पहुंची पुलिस, सीओ ने दी सहायता राशि

घटना की सूचना मिलते ही रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, अंचल अधिकारी सुदीप एक्का और थाना प्रभारी कृष्ण कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने राहत बचाव कार्य शुरू किया और घायल बच्ची का इलाज सदर अस्पताल में कराया। इस दौरान अंचल अधिकारी ने मृत बच्चियों के परिजनों को तत्काल ₹20000 की सहायता राशि दी है। साथ ही सड़क दुर्घटना में मौत के बाद सरकारी प्रावधान के अनुसार ₹100000 अति शीघ्र देने का आश्वासन भी दिया है।

संतोषी के भाग्य में ना पति था, ना पुत्री

भाग्य ने सबसे अधिक नुकसान मुर्रामकला की संतोषी देवी का किया है। संतोषी देवी के पति की मौत पांच-छह साल पहले ही हो चुकी है। पति के निधन के बाद संतोषी ने अपना सहारा मायके में ढूंढा और वह मुर्रामकला आ गई थी। वह अपनी दो बेटियों के सहारे अपने भविष्य को संवारने की कोशिश कर रही थी, कि ईश्वर ने वह सपना भी तोड़ दिया। गुरुवार को उसकी 12 वर्षीय पुत्र प्रतिमा की सड़क हादसे में जान चली गई।

टेलर ने युवक को रौंदा

गुरुवार को एक और सड़क दुर्घटना रॉबिन होटल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-33 पर ही घटी। यहां एक टेलर ने एक युवक को रौंद दिया। मृतक की पहचान गोसा गांव निवासी तिलेश्वर महतो के पुत्र रतन कुमार महतो के रूप में पुलिस ने की है। जानकारी के अनुसार रतन सड़क पार करने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान टेलर ने उसे धक्का मार दिया। इस हादसे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-33 का एक लेने जाम हो गया था। घंटों मशक्कत के बाद सड़क पर परिचालन शुरू कराया गया।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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