– महाकाली धाम अंबोड में साबरमती नदी पर 234 करोड़ की लागत से बनेगा बैराज, शाह ने किया भूमिपूजन
-केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माणसा को एक दिन में 241 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी
अहमदाबाद, 15 जनवरी (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दृष्टिवान जल प्रबंधन के फलस्वरूप उत्तर गुजरात सहित राज्य में गाँव-गाँव सिंचाई एवं शुद्ध पेयजल पर्याप्त मात्रा में पहुँचा है। शाह ने गांधीनगर जिले में माणसा तहसील के प्राचीन तीर्थ महाकाली धाम-मिनी पावागढ, अंबोड में 234 करोड़ रुपए की लागत से साबरमती नदी पर निर्मित होने वाले बैराज का बुधवार को शिलान्यास करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तथा राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य हर्ष संघवी व मुकेशभाई पटेल उपस्थित रहे।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने बुधवार को इस क्षेत्र में एक ही दिन में एक साथ 241 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की भेंट दी।
उन्होंने 1.33 करोड़ रुपए की लागत से लाकरोडा गाँव में साबरमती नदी तट पर नीलकंठ महादेव मंदिर के पास तट संरक्षण दीवार के कार्य का लोकार्पण, 79 लाख रुपए की लागत से बदपुरा गाँव में चेकडैम का लोकार्पण, 3.13 करोड़ रुपए की लागत से माणसा गाँव में नवनिर्मित विश्राम गृह तथा पुराने विश्राम गृह के मरम्मत व सुदृढ़ीकरण के कार्य का लोकार्पण, 1.04 करोड़ रुपए की लागत से चराडा कन्या प्राथमिक विद्यालय में नए 8 वर्ग खंडों का लोकार्पण तथा 52 लाख रुपए की लागत से देलवाडा प्राथमिक विद्यालय में 4 नए वर्ग खंडों का लोकार्पण किया। शाह ने कहा कि गुजरात के जिन जिलों में पानी की कमी थी, वहाँ खेती तो दूर; शुद्ध पीने का पानी भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं था। ऐसे क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी दृष्टिकोण के जरिये नर्मदा जल से सिंचाई योजना, सुजलाम सुफलाम योजना तथा सौनी योजना जैसी सिंचाई योजनाओं के क्रियान्वयन से गाँव-गाँव सिंचाई तथा शुद्ध पेयजल पहुँचा है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने प्यासों की प्यास बुझाने का काम किया है। समुद्र में बह जाने वाले वर्षा जल को बचाते हुए उसे 9 हजार से अधिक गाँवों में पहुंचाए जाने से भूमिगत जल स्तर ऊँचा आया है। आने वाले दिनों में साबरमती नदी पर 14 डैम बनाकर नदी को बारह माह पानी से लबालब रखने की व्यवस्था की गई है। राज्य की नदियों पर डैम बनाकर तथा सभी गाँवों में तालाब बनाने से वर्षा का पानी समुद्र में बह जाने से रुका है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उत्तर गुजरात में जल समस्या के निवारण के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने गुजरात में सुजलाम सुफलाम योजना की शुरुआत कराई थी। इस योजना के चलते ठेठ सुदूरवर्ती गाँवों तक फ्लोराइड मुक्त पानी मिलने लगा है। शाह ने आगे कहा कि अंबोड महाकाली माता का मंदिर आस्था का केन्द्र है। अंबोड के पास साबरमती नदी पर बैराज बनाने के लिए आज जब शिलान्यास किया गया है, तब मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आश्वासन दिया है कि इस बैराज को एक से डेढ़ किलोमीटर आगे ले जाया जाएगा। इससे महाकाली माताजी के मंदिर के तट पर सुंदर सरोवर का निर्माण होगा तथा अंबोड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि साबरमती नदी में वर्षा ऋतु के दौरान बह जाने वाले पानी का संग्रह करने के लिए धरोई डैम के निचले क्षेत्र में अलग-अलग 8 स्थानों पर सिरीज ऑफ बैराज बनाने का राज्य सरकार ने आयोजन किया है। उन्होंने कहा कि अंबोड में इस आयोजन के तहत 234 करोड़ रुपए की लागत से बैराज का निर्माण होगा तथा माणसा के 8 गाँवों की 3500 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल शक्ति के साथ जन शक्ति को जोड़कर गुजरात को पानीदार राज्य बनाया है। उनके दिशा-दर्शन में पिछले 23 वर्षों में हजारों चेकडैम, बोरीबांध, कृषि तालाब, ग्राम तालाब जैसे जन भागीदारी से युक्त जल संचय कार्यों से करोड़ों घन मीटर पानी का संग्रह हुआ है। प्रधानमंत्री ने अमृत काल में हर गाँव में अमृत सरोवर निर्माण, तालाब नवीनीकरण तथा बरसाती जल संग्रह के लिए ‘कैच द रेन’ का कॉन्सेप्ट दिया है। उसे साकार करने के लिए गुजरात प्रतिबद्ध है।
स्वागत संबोधन जल संसाधन तथा जलापूर्ति मंत्री कुँवरजीभाई बावलिया ने किया। माणसा के विधायक श्री जयंतीभाई पटेल ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सांसद हरिभाई पटेल, शोभनाबेन बारैया, मयंकभाई नायक, विधायक अल्पेशभाई ठाकोर, जिले के पदाधिकारी, अग्रणी, जल संसाधन, सड़क एवं भवन तथा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी, जिला कलेक्टर मेहुल दवे, जिला विकास अधिकारी बी. जे. पटेल, अपर निवासी कलेक्टर दिगंत ब्रह्मभट्ट तथा ग्रामीणजन आदि उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय