नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी जिले के प्रशांत विहार इलाके में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह धमाके से लोगों में दहशत का माहौल बन गया। सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचीं और मामले की जांच शुरू की। मौके पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), डॉग स्क्वाड, बम स्क्वाड और आईजीएल की टीम पहुंची हैं। एनएसजी ने सीआरपीएफ स्कूल के आसपास तलाशी अभियान चलाया।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक स्थानीय पुलिस की टीम ने आसपास के क्षेत्र को घेर लिया है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जांच की जा रही है। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि स्थानीय निवासियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में धमाके में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं लोगों ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया है। घटना के बाद प्रशांत विहार क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और सभी सुरक्षा एजेंसियां अपनी जांच में तेजी ला रही हैं। पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
रोहिणी जिले के डीसीपी अमित गोयल ने कहा कि धमाके की वजह जानने के लिए एक्सपर्ट्स को बुलाया गया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि धमाका किस प्रकार का था। विशेषज्ञों की टीम घटना की विस्तृत जांच कर रही है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट होगी।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता संजय त्यागी ने बताया कि आज सुबह प्रशांत विहार पुलिस थाने को सीआरपीएफ स्कूल के पास एक विस्फोट की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। स्कूल परिसर में खिड़की के शीशे और शीशे टूट गए थे, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक विभाग, क्राइम टीम और स्पेशल सेल के हमारे विशेषज्ञ वहां हैं और मामले की जांच कर रहे हैं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पोस्ट में कहा कि रोहिणी स्थित एक स्कूल के बाहर ब विस्फोट की घटना दिल्ली की चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है। दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है लेकिन भाजपा अपना ये काम छोड़कर सारा समय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कामों को रोकने में लगाती है। यही कारण है कि आज दिल्ली में 1990 के दशक के मुंबई अंडरवर्ल्ड के दौर जैसा हाल हो गया है। शहर में सरेआम गोलियां चल रही हैं, गैंगस्टर वसूली कर रहे हैं और अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी