
जींद, 23 मई (Udaipur Kiran) । ईडी की टीमों ने शुक्रवार को नरवाना व उचाना में दस्तक दी और राइस से जुड़े कारोबारियों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा स्थानों पर सर्च अभियान चलाया। छापेमारी के दौरान सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। हालांकि प्रतिष्ठानों व घरों के अंदर किसी को भी बाहर जाने पर साफ मनाही रही। उचाना व नरवाना के बड़े कारोबारियों के यहां हुई ईडी की छापेमारी चर्चा का विषय बनी रही। कारोबारियों के यहां रिकार्ड खंगालने का सिलसिला शाम तक जारी रहा।
गौरतलब है कि भारत ब्रांड योजना में करोडों रुपये का घोटाला हुआ है। नरवाना के कारोबारी भारत ब्रांड योजना का हिस्सा हैं। शुक्रवार को सुबह ईडी की टीमें लगभग तीन दर्जन से ज्यादा पंजाब नंबर की गाडियों में सवार हो कर नरवाना पहुंची। ईडी की टीमों ने नरवाना के कारोबारी सुनील के फ्लोरमिल, राइस मिल, मेला मंडी में आढ़त की दुकान, निवास स्थान किशनचंद कालोनी, माडल टाउन, आर्य उपनगर, दूसरे कारोबारी वरूण गुप्ता के दो राइस मिल व उनके आवास, जियालाल की आढ़त की दुकान, उनके मॉडल टाउन आवास, इंदू कमीशन एजेंट की दुकान तथा उनके आवास, ओमप्रकाश की आढ़त की दुकान तथा राइस मिल तथा एक कारोबारी के उचाना राइस मिल पर एक साथ कारोबारियों ठिकानों पर दस्तक दी। एक टीम मे चार से छह लोग शामिल रहे।
ईडी ने कारोबारियों के प्रतिष्ठानों तथा आवासों को पहले ही ट्रैक कर लिया था। ईडी की रेड के बारे में जिला पुलिस को भनक तक नही लगी। न ही स्थानीय पुलिसबल की सहायता ली गई। टीमों ने वहां पर कारोबार से जुड़े रिकार्ड को खंगाला। जिसमें बहीखाते, लैपटॉप, कंप्यूटर हार्ड डिस्क शामिल हैं। छापेमारी के दौरान टीमों ने वहां पर मौजूद लोगों के मोबाइल फोन साइलेंट करवा साइड में रखवा दिए। कारोबारियों से पूछताछ भी की। जिन कारोबारियों के प्रतिष्ठानो तथा आवासों पर ईडी ने रेड की, वहां पर किसी के अंदर जाने तथा बाहर आने पर रोक लगा दी गई। यह खुलासा नही हो पाया कि ईडी को छापेमारी के दौरान कारोबारियों के यहां क्या कुछ हाथ लगा। ईडी क्या कुछ कारोबारियों के यंहा से कब्जे मे लिया है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
