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(अपडेट) मप्र चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में देश में सबसे आगे : केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 

इंदौर में विश्व एड्स दिवस के कार्यक्रम में जेपी नड्डा
इंदौर में विश्व एड्स दिवस के कार्यक्रम में जेपी नड्डा
इंदौर में विश्व एड्स दिवस के कार्यक्रम में जेपी नड्डा
इंदौर में विश्व एड्स दिवस के कार्यक्रम में जेपी नड्डा
'विश्व एड्स दिवस' पर इंदौर में जागरूकता पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए

– विश्व एड्स दिवस के अवसर पर गरिमामय समारोह सम्पन्नइंदौर, 01 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि भारत सरकार ने एचआईवी-एड्स से प्रभावित लोगों की संख्या में कमी लाने और माैत की संख्या को कम करने के लिये सतत विकास लक्ष्य निर्धारित किये हैं। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के माध्यम से सहभागियों को जोड़कर देश में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये तेजी से प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। यह लक्ष्य 2030 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया कि वे इस दिशा में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये पुन: संकल्प बद्ध होकर नए संकल्प, नई ऊर्जा और नई स्फूर्ति से जुट जाएं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में देश में सबसे आगे है और सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए उन्होंने मध्य प्रदेश की सराहना भी की।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा रविवार को इंदौर के खंडवा रोड स्थित देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में विश्व दिवस के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एचआईवी से प्रभावित व्यक्तियों को मौलिक अधिकारों के साथ ही उन्हें मानव अधिकार भी प्राप्त हो। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। हमें उनके अधिकारों का सम्मान करते हुए उन्हें भी वहीं मान-सम्मान देना चाहिए, जो अन्य सामान्य व्यक्ति को हम देते हैं, जिससे वे सामान्य जीवन जी सकें।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एड्स के खिलाफ भारत में एकजुट होकर लड़ाई लड़ी जा रही है। इसमें आशातीत सफलता भी मिल रही है। हमारे द्वारा तय सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये सभी का सहयोग जरूरी है। सभी सहभागी 2030 तक लक्ष्य को पूर्ण करने में भरपूर सक्रिय सहयोग दें। नई ऊर्जा और नई स्फूर्ति के साथ एड्स के खिलाफ आगे आयें। समाज में जागरूकता लाई जाये और व्यापक स्तर पर चर्चा हो। सावधानी रखी जाये। एचआईवी-एड्स प्रभावितों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं हो। उन्हें आत्मसात कर मुख्य धारा में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में एचआईवी-एड्स नियंत्रण के लिये संकल्पबद्ध होकर तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। इसके सार्थक परिणाम भी मिल रहे हैं। एचआईवी-एड्स प्रभावितों के अधिकारों की रक्षा की जा रही है। उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा 2017 से एचआईवी/एड्स निंयत्रण में तेजी से प्रयास शुरू किये गये। एचआईवी और एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम-2017 लागू किया गया। इस अधिनियम के माध्यम से एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इस अधिनियम से एचआईवी/एड्स से संक्रमित और प्रभावित व्यक्तियों के कानूनी और मानवाधिकारों को सुदृढ़ बनाया गया है। यह अधिनियम स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के अधिकारों की रक्षा करने का भी प्रयास है। एचआईवी-एड्स से प्रभावित व्यक्तियों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। भारत देश ने स्वास्थ्य सेवाओं, इलाज, चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में विश्व में नयी पहचान कायम की है। कोरोना प्रबंधन हो या अनेक संक्रामक बीमारियों के इलाज के लिये टीको और दवाइयों की खोज हो, देश का विश्व में अग्रणी स्थान बना है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा के विस्तार की दिशा में मध्य प्रदेश की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदेश देश में इस क्षेत्र में अग्रणी है। मध्य प्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेज खोले गये हैं। आगे भी नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। भोपाल में एम्स की स्थापना भी की गई है। मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाई गई है। आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में भी मध्य प्रदेश देश में अव्वल है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मसेहन यादव ने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर इंदौर में यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिये केन्द्रीय मंत्री नड्डा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से समुदायों, युवाओं, लाभार्थियों और विभिन्न संगठनों को एक साथ लाकर 2030 तक एचआईवी/एड्स को समाप्त करने के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने, चुनौतियों का समाधान करने और प्रगति आदि में मददगार होगा। हमारा प्रयास होगा की यूएन की थीम, टेक द राइट्स पाथ के अनुरूप कार्य कर वर्ष 2028 तक वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त किया जाये। ऐसे कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता आयेगी। एचआईवी/एड्स की जंग में संघर्ष करने में मदद मिलेगी। समाज को साथ में लाकर एचआईवी/एड्स के खिलाफ जंग में जागरूकता लाई जाएगी।

उन्हाेंने कहा कि जिस तरह भारत में सदी के सबसे भयावह दौर कोरोना काल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कोविड से जंग लड़ी गई और सफलता हासिल की गई, उसे देखकर लगता है कि हम एचआईवी-एड्स के खिलाफ जंग में भी विजय हासिल करेंगे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। सरलीकृत व्यवस्था से प्रदेश में मेडिकल कॉलेज खोलने के कार्य को नयी गति मिली है। अब प्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेज स्थापित हो रहे है। चिकित्सा शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में एलोपेथिक के साथ ही अन्य चिकित्सा पद्धतियों से उपचार को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। अंत में प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव ने आभार व्यक्त किया।

समारोह में उप मुख्यमंत्री द्वय राजेन्द्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा, सांसद विष्णुदत्त शर्मा व शंकर लालवानी, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव तथा अपर सचिव एवं महानिदेशक नाको हेकाली झिमोमी विशेष रूप से मौजूद थीं।

केन्द्रीय मंत्री स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों द्वारा बनाई गई हस्त निर्मित सामग्री खरीदी-केन्द्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयोजन के दौरान एचआईवी-एड्स से प्रभावित व्यक्तियों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिये लगाये गये हुनर हॉट का अवलोकन भी किया। इसमें लाभार्थियों द्वारा बनाई गई हस्त निर्मित वस्तुओं की विविधता को प्रदर्शित किया गया। केन्द्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से चर्चा की और उनके द्वारा उत्पादित हस्त कलाओं को देखा तथा सराहना की। उन्होंने लाभार्थियों से उनके द्वारा बनाई गई हस्त निर्मित सामाग्रियों को खरीदा भी।

कार्यक्रम में एक अभिनव प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। जिसमें नाको द्वारा अपनाए गए डिजिटल इको सिस्टम, सामुदायिक जुड़ाव, अभियान-आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से हासिल की गई उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर नाको के थीम गीत को जारी किया गया। इसके मूल गायक देव नेगी, मोको कोज़ा और एग्सी ने इस गीत की कार्यक्रम में सुरमयी प्रस्तुति भी दी। इसके अतिरिक्त लाभार्थियों की प्रेरणादायक कहानियों और नाको की पहल के परिवर्तनकारी प्रभाव को प्रदर्शित किया गया। साथ ही संगठन के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों ने लाभार्थियों को सम्मानित भी किया।——–

(Udaipur Kiran) तोमर

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