

-रजत पालकी को स्पर्श करने करने के लिए श्रद्धालुओं में होड़,गर्भगृह में प्रतिमा विराजित
वाराणसी, 10 मार्च (Udaipur Kiran) । श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सोमवार को रंगभरी एकादशी के अवसर पर महादेव एवं माता गौरा की रजत पालकी यात्रा धूमधाम से धाम परिसर में निकाली गई। इस भव्य आध्यात्मिक यात्रा में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। धाम में बाबा विश्वनाथ के गौना उत्सव में मंदिर परिसर में अपूर्व उल्लास और भक्ति का माहौल दिखा। श्रद्धालुओं ने परम्परा के निर्वहन में मंदिर न्यास का सहयोग कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गोधूलि बेला में, जब सूर्य की किरणें मंद हो रही थी, तब मंदिर चौक से डमरू की गूंज, शंख ध्वनि और शास्त्री अर्चन के साथ रजत पालकी पर श्री काशी विश्वनाथ एवं माता गौरा की चल रजत प्रतिमाएं भव्य तरीके से पालकी पर सवार कराई गई। श्रद्धालुओं ने परंपरा के अनुरूप परिधान धारण कर, पालकी को कंधे पर उठाकर गगनभेदी हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारों के साथ रजत पालकी को मंदिर प्रांगण में भ्रमण कराया। इस दौरान श्रद्धालुओं में पालकी को स्पर्श करने की होड़ लगी रही, और श्रद्धालु इस अद्भुत क्षण को अपने हृदय में संजोने के लिए आतुर था। फूलों की वर्षा, अबीर-गुलाल की बौछारों में काशी विश्वनाथ और माता गौरा की आभा ने पूरे मंदिर परिसर को अद्वितीय रूप से आलोकित कर दिया।
मंदिर के गर्भगृह में रजत प्रतिमाओं का पूजन
यात्रा के बाद, रजत पालकी के साथ महादेव और माता गौरा की प्रतिमाओं को मंदिर के स्वर्णिम गर्भगृह में विधिपूर्वक स्थापित किया गया। जहां सनातनी परम्परा और वैदिक मंत्रोंच्चार के बीच पूजन अनुष्ठान किया गया और श्रद्धालुओं ने उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
रंगभरी एकादशी का अभूतपूर्व उत्सव
प्रातः काल से ही मंदिर में रंगभरी एकादशी का पूजन अनुष्ठान आरंभ हो गया था। इस दौरान मंदिर न्यास की ओर से महादेव एवं माता गौरा को वस्त्र, चंदन, भस्म, पुष्प, अबीर-गुलाल, मेवा-मिष्ठान आदि अर्पित किए गए। रजत पालकी पर इन्हें मंदिर चौक लाया गया, जहां भक्तगण ने फूलों की पंखुड़ियां और अबीर-गुलाल अर्पित कर रंगोत्सव की खुशियाँ मनाईं। श्रद्धालु पूर्ण भक्ति और उमंग के साथ अपने आराध्य के प्रति अनुराग दिखाते रहे। मंदिर न्यास की ओर से सभी श्रद्धालुओं का आभार और स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक संध्या और भक्ति संगीत
रंगभरी एकादशी के त्रिदिवसीय उत्सव के अंतिम दिन, मंदिर चौक पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सायंकाल णाम में भजन सरिता बही, जिसमें भक्तों ने महादेव और माता गौरा से जुड़े भक्ति गीतों पर नृत्य किया और भजन सुनकर अपनी भक्ति को और गहरा किया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि, शहर दक्षिणी के विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कलाकारों ने महादेव और माता गौरा की महिमा पर आधारित भजन प्रस्तुत किए, जिससे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। भजन प्रस्तुतियों की लहर देर रात तक जारी रही, और उत्सव का माहौल हर दिल में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता रहा। देर शाम तक कलाकारों की प्रस्तुतियां जारी रही।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
