

भोपाल, 24 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईए) के गेट नंबर 9 के पास परिसर में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग पर काबू पाने के लिए 20 से ज्यादा दमकल गाड़ियां और पानी के टैंकर जुटे हैं। अंदर ऑयल की टंकियों में ब्लास्ट भी हुआ है।
जानकारी के मुताबिक बीएसईएल परिसर में गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े 11 बजे वेस्ट मटेरियल में आग लग गई। आग से हजारों पेड़-पौधे चपेट में आ गए हैं। आग लगने की सूचना मिलने पर दमकल का गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। जानकारी के मुताबिक बीएसईएल परिसर में जिस जगह आग लगी है, वह गेट नंबर 9 से करीब 200 मीटर दूर है। आग इतनी भीषण है कि बीएचईएल परिसर से करीब 20 फीट ऊंची आग की लपटें उठने लगी और धुएं का गुबार 15 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा था। हालांकि दोपहर दो बजे तक आग को फैलने से रोक लिया गया था, लेकिन अभी भी रह-रहकर आग सुलग रही है। है। दमकल की गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी हुई हैं। मौके पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की टीम तैनात है। फिलहाल किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। आग लगने की सूचना मिलते ही भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, गोविंदपुरा एसडीएम रवीश श्रीवास्तव समेत कई अफसर पहुंच गये।
बीएचईएल के प्रवक्ता विनोदानंद झा ने बताया कि गेट नंबर नौ के पास मटैरियल का कचरे में आग लगी है। अब आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं, कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि गेट नंबर 1 और 9 की तरफ से आग बुझाई जा रही है। बीएचईएल की चार फायर ब्रिगेड और नगर निगम की चार फायर ब्रिगेड लगातार आग बुझा रही हैं। इसके साथ ही आसपास से टैंकर भी बुलाए गए हैं।
घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे मंत्री सारंगभोपाल के बीएचईएल परिसर में आग लगने की जानकारी मिलने पर सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया। मंत्री सारंग ने मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों, भेल प्रबंधन और फायर ब्रिगेड अधिकारियों के साथ आवश्यक चर्चा की और राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा की। उन्होंने फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए आवश्यकता अनुसार आसपास के क्षेत्रों से भी अतिरिक्त फायर यूनिट्स बुलाने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मंत्री सारंग ने अधिकारियों से कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने विशेष रूप से भेल परिसर के हरियाली युक्त क्षेत्रों में सुरक्षा इंतज़ाम बढ़ाने पर बल दिया और निर्देशित किया कि इन क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण, कचरा प्रबंधन और सूखी घास/झाड़ियों की सफाई की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि भेल प्रशासन और जिला प्रशासन को समन्वय के साथ काम करते हुए उन भूमियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें, जिनका वर्तमान में कोई उपयोग नहीं हो रहा है। सारंग ने यह भी कहा कि इन क्षेत्रों का समुचित रखरखाव हो और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। इस मौके पर सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की टीम के साथ भोपाल कलेक्टर, एसडीएम, एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे और राहत कार्यों की निगरानी में जुटे रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर
