Haryana

अपडेट–हिसार में दादा की लाइसेंसी पिस्ताैल से मारी सहपाठी को गोली

मौके पर जांच करती पुलिस की टीम।
छात्र की हत्या के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच करते हुए।

नौंवी कक्षा के छात्र की हत्या करने वाला हिरासत में

हिसार, 29 मई (Udaipur Kiran) । शहर के कैंट क्षेत्र स्थित मस्तनाथ कॉलोनी निवासी नौंवी

के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप उसी के सहपाठी पर लगा है। पुलिस

ने उसे हिरासत में ले लिया है और पूछताछ की जा रही है कि हत्या की वजह क्या रही। पुलिस

जांच में पता चला है कि आरोपी छात्र ने अपने दादा की लाइसेंसी पिस्तोल से हत्या की

वारदात को अंजाम दिया। घटनास्थल रेलवे लाइन के पास होने के कारण पुलिस ने यह मामला

रेलवे पुलिस को सौंप दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मस्तनाथ कॉलोनी निवासी नौंवी कक्षा का छात्र दीक्षित

गुरुवार सुबह दूध लेने के लिए स्कूटी पर निकला था लेकिन इसके बाद घर नहीं लौटा। परिजन

उसकी तलाश में जुटे थे कि पुलिस ने उसको गोली मारकर घायल करने की जानकारी दी। परिजन

दौड़कर अस्पताल पहुंचे, मगर तब तक छात्र की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले की जांच की

तो आखिरी बार मृतक छात्र की अपने क्लासमेट से बात हुई थी। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग

आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी ने यह वारदात अपने दादा की लाइसेंसी पिस्टल से अंजाम

दी। उसके दादा फौज से रिटायर बताए गए है। हत्या क्यों की? पुलिस आरोपी छात्र से इस

बारे में पूछताछ कर रही है। इसके अलावा पिस्टल भी बरामद करने का प्रयास कर रही है।

बताया जा जा रहा है कि मृतक छात्र दीक्षित मस्तनाथ कॉलोनी में रहता था और उसके पिता

प्रकाश सेना से रिटायर हैं। इस समय उसके पिता एसबीआई बैंक में गार्ड के रूप में कार्यरत

हैं। दीक्षित पहले शहर के एक नामी स्कूल में पढ़ता था, लेकिन इसी साल उसका दाखिला हांसी

के ही एक नामी निजी स्कूल में कराया गया था।

परिजनों ने बताया कि दीक्षित गुरुवार सुबह लगभग 7:30 बजे घर से दूध लेने के

लिए निकला था। वह स्कूटी से गया था, मगर काफी देर तक वह नहीं लौटा। इसके बाद उसके मोबाइल

पर कॉल किया तो वह रिसीव नहीं हुआ। कई बार ट्राई किया गया लेकिन कॉल रिसीव ही नहीं

की गई। इसके बाद उनकी चिंता बढ़ गई। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। सबसे पहले परिजन

वहां पहुंचे, जहां से दीक्षित रोजाना दूध लाता था। वहां पता चला कि दीक्षित यहां आया

ही नहीं। इसे बाद परिजनों ने उसकी उन संभावित स्थानों पर तलाश की, जहां वह जा सकता

था। मगर, वहां भी दीक्षित के बारे में कुछ पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों की अनहोनी

की आशंका सताने लगी।

परिजनों के अनुसार वे दीक्षित की हर जगह तलाश कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने

सूचना दी कि दीक्षित को गोली लगी है और वह अस्पताल में है। यह सुनकर उनके होश उड़ गए।

वे दौड़कर अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक दीक्षित की मौत हो चुकी थी। दीक्षित के पेट में

दो गोलियां लगीं थी।इसके बाद पुलिस ने दीक्षित की मोबाइल की लोकेशन, कॉल डिटेल के आधार पर जांच

शुरू की। दीक्षित की आखिरी लोकेशन सातरोड कैंट के पास रेलवे लाइन के नजदीक लोडिंग पॉइंट

पर मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां झाड़ियों के पास दीक्षित की स्कूटी, दूध लाने

वाला बर्तन और चप्पल पड़ी मिली।

आखिरी बार हुई बातचीत के आधार पर सहपाठी हिरासत में

पुलिस के मुताबिक छात्र की आखिरी बात स्कूल के सहपाठी से हुई थी। सहपाठी की

ओर से उसे कॉल की गई थी। इस पर पुलिस ने तुरंत सहपाठी से संपर्क किया तो वह टालमटोल

करने लगा। शक हुआ तो पुलिस उसके घर पहुंच गई और उसे पूछताछ की। मगर, वह इधर-उधर की

बात करने लगा। इसी बीच सहपाठी की लोकेशन की डिटेल भी आ गई। घटना के वक्त उसकी लोकेशन

भी सातरोड पर ही मिली।

दादा की लाइसेंसी पिस्तोल से मारी दो गोलियां

पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सहपाठी ने दीक्षित की हत्या करने की बात कबूल

कर ली। उसने बताया कि उसके दादा फौज से रिटायर हैं। वह सुबह दादा की लाइसेंसी पिस्टल

लेकर गया था। उसने दीक्षित को भी सातरोड पर रेलवे के लोडिंग पॉइंट के पास बुला लिया।

जब दीक्षित वहां पहुंचा तो पिस्टल से उसे दो गोलियां मारीं। दीक्षित लहूलुहान होकर

जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद वह दीक्षित को वहीं छोड़कर घर आ गया।

गोलियों की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचे लोग

अचानक गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास काम कर रहे लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने

दीक्षित को घायल हालत में पड़ा पाया। इसके बाद वह उसे उठाकर अस्पताल ले गए। साथ ही

पुलिस को भी मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने ही दीक्षित के परिवार को मामले

की जानकारी दी। वारदात का पता चलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की।

पुलिस ने मृतक छात्र की स्कूटी, चप्पल और दूध लाने का बर्तन कब्जे में लिया। फोरेंसिक

टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने मौके से गोलियों के खोल भी बरामद किए हैं।

सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।

हत्या की वजह तलाश रही पुलिस

पुलिस का कहना है कि आरोपी छात्र नाबालिग है। उसने दीक्षित की हत्या क्यों

की? इसके बारे में उससे पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों

में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। यह झगड़ा क्या था और कब हुआ, इसके बाद में आरोपी

छात्र ने अभी कुछ नहीं बताया है। आरोपी छात्र के परिजनों से भी मामले की जानकारी ली

है। इसके अलावा उसके दोस्तों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि हत्या

की असली वजह क्या है।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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