-प्रधानमंत्री ने हजारीबाग में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया
-लगभग 550 जिलों के 63,000 आदिवासी गांवों को लाभ पहुंचाने के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया
-40 एकलव्य विद्यालयों का उद्घाटन किया और 25 एकलव्य विद्यालयों की आधारशिला भी रखी
हजारीबाग, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधी जयंती पर बुधवार काे हजारीबाग में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया। इसके अलावा 40 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया और 25 ईएमआरएस की आधारशिला रखी। उन्होंने प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत कई परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास भी किया।
मोदी ने हजारीबाग के मटवारी मैदान में परिवर्तन महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान कार्यक्रम पर करीब 80 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस अभियान के तहत करीब 550 जिलों में 63,000 आदिवासी बहुल गांवों का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी विकास के लिए महात्मा गांधी का विजन, उनके विचार हमारी पूंजी हैं। गांधी जी का मानना था कि भारत का विकास तभी हो सकता है जब आदिवासी समाज का तेजी से विकास होगा। मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि आज हमारी सरकार आदिवासी उत्थान पर सबसे ज्यादा ध्यान दे रही है।
प्रधानमंत्री ने 15 सितंबर की अपनी जमशेदपुर यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मुझे एक बार फिर झारखंड की विकास यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। पिछले दिनों मैंने जमशेदपुर से झारखंड के लिए सैकड़ों करोड़ की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया था। उन्होंने कहा कि उस दिन झारखंड के हजारों गरीबों को पीएम आवास योजना के तहत अपना पक्का घर मिला था। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के विकास के लिए एक ओर दिन-रात मेहनत कर रही है, वहीं दूसरी ओर झारखंड सरकार झारखंड के विकास को पटरी से उतारने में लगी है। आज झारखंड का बच्चा-बच्चा जान चुका है कि झारखंड के विकास में सबसे बड़ी बाधा कांग्रेस-झामुमाे और राजद का गठजोड़ है। झारखंड तभी आगे जाएगा, जब ये सरकार हटेगी। झारखंड तभी आगे जाएगा, जब यहां परिवर्तन होगा।
जनजातीय संस्कृति को संजोने वाले झारखंड से उनका और भाजपा का दिल का रिश्ता
मोदी ने कहा कि झारखंड की धरती ने जनजातीय संस्कृति को संजोया है। इसने भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरणा को संजोया है। गांधी जयंती के अवसर पर उन्हें यहां आने का सौभाग्य मिला है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1925 में महात्मा गांधी हजारीबाग आए थे। बापू के विचार, बापू की शिक्षाएं हमारे संकल्पों का हिस्सा हैं। गांधी जंयती पर उन्हें नमन। झारखंड के साथ भाजपा और उनका एक विशेष रिश्ता बन गया है। ये रिश्ता दिल का रिश्ता है। साझे सपनों का रिश्ता है। इसलिए झारखंड उन्हें बार-बार बुलाता है और वे बार-बार दौड़े चले आते हैं।
राजद ने झारखंड को बनाया था लूट का ठिकाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद के लोगों ने झारखंड को अपनी लूट का ठिकाना बना रखा था। जल-जंगल-जमीन की खुलेआम लूट होती थी। इस इलाके को इन्होंने अपराधियों-माफियाओं का सेफ हाउस बना रखा था और राजद वालों को दिल्ली से कौन शह दे रहा था? वह पार्टी कोई और नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी थी। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं में भी प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार करने से पीछे नहीं हट रही है। ये गरीब के राशन का पैसा डकार रहे हैं। जल जीवन मिशन में भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। यहां कांग्रेस के नेताओं के ठिकाने से सैकड़ों करोड़ बरामद होते हैं। यहां नेताओं के नौकरों के घरों से भी करोड़ों रुपये पकड़े जाते हैं। उन्होंने सुना है कि अब जब इनकी विदाई होने को है तो इन्होंने भ्रष्टाचार की स्पीड और स्केल दोनों बढ़ा दिए हैं।
कांग्रेस ने आदिवासी परिवारों की पहचान मिटा दी
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने एक परिवार को पहचान दिलाने के लिए देश के कोने-कोने में बसे आदिवासी परिवारों की पहचान मिटा दी। आजादी की लड़ाई में इतना बड़ा योगदान देने वाले आदिवासी समाज को कांग्रेस ने कभी महत्व नहीं दिया। सारी योजनाएं एक ही परिवार के बेटे-बेटी के नाम पर कर दिया। ऐसी परिवारवादी सोच ने देश को बहुत नुकसान किया। मोदी ने कहा कि आज उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार आदिवासी नायकों को पूरा सम्मान दिला रही है। ये भाजपा है, जिसने आदिवासी म्यूजियम बनाने का अभियान शुरू किया है। रांची में भगवान बिरसा मुंडा को समर्पित म्यूजियम बना है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की गयी है।
आदिवासी कल्याण के प्रति उनकी दृष्टि और विचार भारत की पूंजी
महात्मा गांधीजी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासी कल्याण के प्रति उनकी दृष्टि और विचार भारत की पूंजी हैं। मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि भारत तभी प्रगति कर सकता है जब आदिवासी समाज तेज गति से प्रगति करे। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार आदिवासी उत्थान पर अधिकतम ध्यान दे रही है और आज धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत लगभग 80,000 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 550 जिलों में 63,000 आदिवासी बहुल गांवों का विकास किया जाएगा। साथ ही कहा कि इन आदिवासी बहुल गांवों में सामाजिक-आर्थिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया जाएगा और इसका लाभ देश के 5 करोड़ से अधिक आदिवासी भाई-बहनों तक पहुंचेगा।
प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा की धरती से की जा रही है। प्रधानमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड से पीएम-जनमन योजना की शुरुआत की गई थी। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर भारत पीएम-जनमन योजना की पहली वर्षगांठ मनाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम-जनमन योजना के माध्यम से देश के उन आदिवासी क्षेत्रों तक विकास का लाभ पहुंच रहा है, जो पीछे रह गए थे। पीएम-जनमन योजना के तहत आज लगभग 1350 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखी गई। योजना के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सबसे पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में बेहतर जीवन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
—————
(Udaipur Kiran) / शारदा वन्दना