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(अपडेट) मध्‍य प्रदेश में पर्यटन में निवेश के अनंत अवसर और असंख्य संभावनाएं : मुख्‍यमंत्री

जीआईएस समिट को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 
जीआईएस समिट को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत
जीआईएस समिट को संबोधित करते हुए फिल्‍म अभिनेता पंकज त्रिपाठी
जीआईएस समिट को संबोधित करते हुए संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी

– पर्यटन क्षेत्र में मिले 4468 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव

भोपाल, 25 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश में पर्यटन में निवेश के अनंत अवसर और असंख्य संभावनाएं मौजूद है। पर्यटकों में निवेशकों के लिए सभी सुविधाएं और हर पर्यटक के लिए कुछ न कुछ खास अगर किसी प्रदेश में है तो वह मध्यप्रदेश है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को जीआईएस के दौरान टूरिज्म समिट को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पर्यटकों में विश्वास बढ़ाने के लिए नियमित वायु सेवा का संचालन शासन के निर्देशानुसार किया जा रहा है। सामान्य यात्रियों के लिए उचित दरों पर हवाई सेवा के अलावा आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए निःशुल्क और एम्बुलेंस की सुविधा प्रदेश में उपलब्ध है। वन्यजीव पर्यटन का अनुभव कराने के साथ साथ यहां पर्यावरण संरक्षण और सहअस्तित्व की अवधारणा पर कार्य किया जाता है। मध्यप्रदेश चीता, बाघ, घड़ियाल, तेंदुआ के साथ वल्चर स्टेट भी है। टाइगर रिजर्व की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।

वर्ष 2047 तक भारत की जीडीपी में पर्यटन का योगदान बढ़कर 10% से अधिक होगा – केंद्रीय मंत्री शेखावत

केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आने वाले समय में भारत के विकास में योगदान देने वाले तीन क्षेत्रों टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल और टूरिज्म को बताया है। वर्ष 2047 तक भारत की जीडीपी में पर्यटन का योगदान बढ़कर 10% से अधिक होगा। भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। इस वर्ष बजट में इनकम टैक्स में छूट दिया जाने से मध्यम वर्ग में खर्च करने की सीमा बढ़ी है। इसका सीधा लाभ पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा।

मध्य प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों के लिए बनाई है आकर्षक नीतियां – मंत्री लोधी

संस्कृति, पर्यटन एवं धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि मध्य प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों के लिए आकर्षक नीतियां बनाई है। साथ ही मध्यप्रदेश फिल्म निर्माण का सबसे उपयुक्त स्थान बन गया है। अभी हाल में ही कई ब्लॉकबस्टर फिल्म मध्यप्रदेश में शूट हुई है।

एमपी सुंदर, विलक्षण और अद्भुत है – अभिनेता पंकज त्रिपाठी

अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने मध्य प्रदेश में शूटिंग के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि करीब 20 वर्ष पहले एक फिल्म में मध्यप्रदेश में गाइड की भूमिका निभाई थी। उस वक्त एमपी की खूबसूरती देखी और तब से मध्यप्रदेश से प्यार हो गया। मध्यप्रदेश से जुड़ाव पहले से था और ब्रांड एम्बेसडर बाद में बना। घरेलू पर्यटकों को बताना होगा कि पर्यटन के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं है, सब कुछ मध्यप्रदेश में ही है।

प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और प्रबंध संचालक म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्‍ला ने प्रदेश में पर्यटन की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विशेषताओं, पर्यटन परियोजनाओं और निवेश के अवसरों पर प्रेजेंटेशन दिया। पर्यटन नीति 2025 और फिल्म पर्यटन नीति 2025 के तहत निवेशकों को मिलने वाले आकर्षक लाभ, अनुमति के लिए पारदर्शी और सिंगल विंडो सिस्टम, उपलब्ध लैंड पार्सल, अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट, रोड रेल और एयर कनेक्टिविटी आदि के साथ आगामी पीपीपी प्रोजेक्ट्स आदि को विस्तार से समझाया।

पर्यटन क्षेत्र में मिले 4468 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव

राज्य में पर्यटन क्षेत्र में कुल 4468 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह निवेश राज्य में क्रूज पर्यटन, फिल्म निर्माण, होटल-रिजॉर्ट निर्माण, वाटर पार्क, गोल्फ कोर्स, अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाएं के साथ ही पर्यटन सुविधाओं में विस्तार के लिये प्रस्तावित है। इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) द्वारा विभिन्न नेशनल पार्क, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में होटल्स की स्थापना के लिए 1960 करोड़ का निवेश प्रस्ताव, अयोध्या क्रूज लाइन्स द्वारा 100 करोड़ रुपये की लागत से क्रूज पर्यटन परियोजना, नॉलेज मरीन एंड इंजीनियरिंग वर्क्स लिमिटेड (केएमईडब्‍ल्‍यू) द्वारा 70 करोड़ रुपये में क्रूज पर्यटन परियोजना, ट्रेजर ग्रुप इंदौर द्वारा अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट्स में 600 करोड़ रुपए का निवेश, फिल्म क्षेत्र में अमेज़न प्राइम, जी5 इत्यादि द्वारा 300 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए है।

महिला सुरक्षा, एडवेंचर टूरिज्म, सांस्कृतिक और जल पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

प्रदेश में पर्यटन विकास को नई गति देने के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के दौरान विभिन्न संस्थानों के साथ 6 एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन के तहत प्रदेश में पर्यटन स्थलों पर महिला सुरक्षा, स्वच्छता, सांस्कृतिक संरक्षण, एडवेंचर टूरिज्म एवं पर्यटन सुविधाओं में विस्तार किया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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